Varanasi : मुख्य विकास अधिकारी (CDO Varanasi) हिमांशु नागपाल ने रविवार को विकासखंड हरहुआ के अंतर्गत आने वाले आयर गौवंश आश्रय स्थल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गौशाला (Cowshed during) में पाई गई अनियमितताओं पर कड़ी नाराज़गी जताते हुए उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि किसी भी गोवंश आश्रय स्थल पर लापरवाही मिली, तो प्रधान और सचिव के साथ-साथ खंड विकास अधिकारी (BDO) पर भी कार्यवाही तय है।

गौशाला में निरीक्षण के दौरान सीडीओ ने भूसा घर, अस्वस्थ पशुओं के इलाज हेतु बने जालीदार घर, बाउंड्री वॉल, चनही, पशुओं के लिए भूसा एवं आहार भंडारण, साइलेंज, चुनी-चोकर, पीने के पानी, बिजली, गर्मी से बचाव की व्यवस्था और संपर्क मार्ग की स्थिति का गहन अवलोकन किया।

सीडीओ नागपाल ने पशुओं की दुर्बलता पर नाराजगी जताते हुए सचिव संजय यादव को फटकार लगाई और निर्देश दिया कि भूसे के साथ साइलेज, चुनी-चोकर और हरे चारे की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। साथ ही उन्होंने गौशाला परिसर में वृक्षारोपण, अतिरिक्त शेड निर्माण, सोलर लाइट की व्यवस्था और संपर्क मार्ग पर शीघ्र खड़ंजा लगवाने के निर्देश दिए।

सीडीओ ने कहा कि गौशाला की दुर्व्यवस्था के लिए केवल सचिव और प्रधान ही नहीं, बल्कि केयरटेकर, एडियो पंचायत, सेक्टर प्रभारी, पशु चिकित्सा अधिकारी और बीडीओ भी बराबर के उत्तरदायी होंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

गौशाला निरीक्षण के पश्चात सीडीओ ने समीप स्थित आरआरसी सेंटर और अमृत सरोवर (RRC Centre and Amrit Sarovar) का भी निरीक्षण किया। आरआरसी सेंटर के संचालन में लापरवाही पाए जाने पर सचिव एवं एडीओ पंचायत को फटकार लगाई और संचालन को शीघ्र दुरुस्त करने का निर्देश दिया। वहीं, अमृत सरोवर में पानी न होने पर उन्होंने राजकीय नलकूप से जल भरवाने का आदेश दिया।

निरीक्षण के दौरान खंड विकास अधिकारी बद्री प्रसाद वर्मा, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशीष कुमार वर्मा, एडीओ पंचायत रवि सिंह यादव, सचिव संजय यादव, रोजगार सेवक सोंखर प्रसाद और केयरटेकर तेरता देवी उपस्थित रहे।
