नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने राज्यसभा के उपराष्ट्रपति और सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ विपक्ष द्वारा पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि एनडीए के पास राज्यसभा में पर्याप्त समर्थन है और विपक्ष का यह कदम राजनीतिक नौटंकी से ज्यादा कुछ नहीं है।
रिजिजू ने स्पष्ट किया कि इस प्रस्ताव का कोई प्रभाव नहीं होगा और यह सिर्फ सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाने की कोशिश है। उन्होंने उपराष्ट्रपति धनखड़ की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि वे बेहद प्रोफेशनल और निष्पक्ष हैं। उन्होंने बताया कि राज्यसभा में एनडीए के पास बहुमत है और कई क्षेत्रीय दलों का समर्थन भी प्राप्त है, जिससे यह प्रस्ताव पारित होना मुश्किल है।
विपक्ष का आरोप है कि उपराष्ट्रपति धनखड़ ने राज्यसभा की कार्यवाही का संचालन निष्पक्षता से नहीं किया और उनके कार्यों में सत्ताधारी दल के प्रति पक्षपाती रवैया दिखाई दिया। विपक्ष ने इस प्रस्ताव के जरिए उनके पद के निष्पक्ष संचालन पर सवाल उठाए हैं।
किरेन रिजिजू ने कहा कि यह प्रस्ताव विपक्ष के राजनीतिक एजेंडे का हिस्सा है और यह संसद की कार्यवाही में कोई रुकावट नहीं डाल सकेगा।