Chaitra Navratri 2025 : चैत्र नवरात्र के दूसरे दिन (Chaitra Navratri 2025) श्रद्धालु मां भगवती के गौरी स्वरूपों में से ज्येष्ठा गौरी की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन ज्येष्ठा गौरी के दर्शन और पूजन से भक्तों की सभी शुभ इच्छाएं पूरी होती हैं। देवी पुराण में वर्णित है कि इनकी उपासना से व्यक्ति के हृदय में धार्मिक आस्था और भक्ति भाव बढ़ता है।
Chaitra Navratri 2025 : मां ब्रह्मचारिणी के दरबार में उमड़ी भीड़
शक्ति के उपासकों के लिए यह दिन विशेष होता है, क्योंकि वे मां ब्रह्मचारिणी की उपासना कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। मंदिर परिसर में भक्तगण भोर से ही लम्बी कतारों में खड़े होकर मां के दर्शन हेतु प्रतीक्षा कर रहे हैं।
मंगला आरती के साथ मंदिर कपाट खुले
ब्रह्म मुहूर्त में मंदिर के अर्चकों द्वारा मंगला आरती के पश्चात श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए गए। पूरे परिसर में भक्तों के ‘जय माता दी’ के जयकारों से वातावरण भक्तिमय हो उठा। श्रद्धालु मां को नारियल, चुनरी और प्रसाद अर्पित कर सुख-समृद्धि की कामना कर रहे हैं।
