Chaitra Navratri 2025 : चैत्र माह में मनाए जाने वाले नवरात्रि को चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2025) कहा जाता है, जिसमें मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 30 मार्च 2025 से आरंभ हो रहे हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा एक विशेष वाहन से धरती पर आगमन करती हैं, जो भविष्य के शुभ या अशुभ संकेत देता है। इस बार मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आ रही हैं, जिसका विशेष महत्व बताया गया है। आइए जानते हैं कि हाथी पर माता रानी का आगमन शुभता का प्रतीक है या नहीं।
Chaitra Navratri 2025 : देवी के वाहन का महत्व
देवी भागवत पुराण में मां दुर्गा के विभिन्न वाहनों का उल्लेख मिलता है, जो नवरात्रि (Chaitra Navratri 2025) के दौरान उनके आगमन के संकेतों को दर्शाते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, हाथी पर माता दुर्गा का आगमन अत्यंत शुभ माना जाता है।
Chaitra Navratri 2025: कब से शुरू होगी चैत्र नवरात्रि? जानें घटस्थापना तिथि और शुभ मुहूर्त
🔹 हाथी का वाहन सुख-समृद्धि का प्रतीक है और इसे शुभ संकेत माना जाता है।
🔹 मान्यता है कि जब नवरात्रि में मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं, तो देश में अच्छी वर्षा होती है, फसलें लहलहाती हैं और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
🔹 यह संकेत करता है कि घर-परिवार में खुशहाली और शांति बनी रहेगी।

कैसे तय होता है मां दुर्गा का वाहन?
मां दुर्गा का वाहन नवरात्रि (Chaitra Navratri 2025) के आरंभ और समापन के दिन के आधार पर तय किया जाता है। देवी भागवत पुराण के अनुसार, अलग-अलग दिनों पर मां के अलग-अलग वाहन होते हैं, जो शुभ और अशुभ संकेत देते हैं।
1️⃣ रविवार या सोमवार को नवरात्रि प्रारंभ या समाप्त होने पर हाथी पर आगमन होता है, जिसे अत्यंत शुभ माना जाता है। यह वर्षा, समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक होता है।
2️⃣ मंगलवार या शनिवार को नवरात्रि प्रारंभ होने पर घोड़े पर आगमन होता है। यह संघर्ष और अशांति का संकेत देता है, जिससे उथल-पुथल बढ़ सकती है।
3️⃣ गुरुवार या शुक्रवार को नवरात्रि प्रारंभ होने पर पालकी पर आगमन होता है, जिसे अस्थिरता और चुनौतियों का सूचक माना जाता है।
4️⃣ बुधवार को नवरात्रि प्रारंभ होने पर नौका (नाव) पर आगमन होता है, जिसे शुभ संकेत माना जाता है। यह आपदाओं से मुक्ति और जीवन में शांति का प्रतीक होता है।

इस वर्ष चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2025) 30 मार्च 2025 से आरंभ हो रही है, जो रविवार को पड़ रही है। इसका अर्थ यह है कि मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आएंगी, जो अत्यंत शुभ माना जाता है। इससे अच्छी वर्षा, फसलों की वृद्धि, आर्थिक उन्नति और घर-परिवार में सुख-शांति का संकेत मिलता है।