उत्तराखंड I उत्तराखंड में इस वर्ष की चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। गुरुवार सुबह 7 बजे से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू होते ही तीर्थयात्रियों में जबरदस्त जोश नजर आया। दोपहर 1 से 2 बजे तक लगभग 60 हजार श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिए पंजीकरण कराया। सरकार को उम्मीद है कि इस बार यात्रा में रिकॉर्ड संख्या में यात्री शामिल हो सकते हैं।

पहले ही दिन हुआ जबरदस्त रजिस्ट्रेशन
पर्यटन विभाग के अनुसार, Chardham Yatra रजिस्ट्रेशन शुरू होने के कुछ घंटों के भीतर ही हजारों श्रद्धालुओं ने आवेदन कर दिया। शुक्रवार दोपहर 12 बजे तक विभिन्न धामों के लिए रजिस्ट्रेशन की स्थिति इस प्रकार रही:
- यमुनोत्री धाम: 10,073 यात्रियों ने पंजीकरण कराया
- गंगोत्री धाम: 10,328 श्रद्धालुओं ने रजिस्ट्रेशन किया
- केदारनाथ धाम: 18,961 तीर्थयात्रियों ने नाम दर्ज कराया
- बद्रीनाथ धाम: 16,939 यात्रियों ने रजिस्ट्रेशन कराया
- हेमकुंड साहिब: 481 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया

एक करोड़ तीर्थयात्रियों के पहुंचने का अनुमान
पर्यटन सचिव सचिन कुर्बे ने जानकारी देते हुए कहा कि इस बार यात्रा में 80 से 90 लाख या फिर एक करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। इसे देखते हुए सरकार सुरक्षा, परिवहन और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने में जुट गई है। चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) के शुभारंभ में लगभग 40 दिन का समय बाकी है, लेकिन सरकार ने अपनी तैयारियां अभी से शुरू कर दी हैं।
यात्रा मार्गों पर सुरक्षा और सुविधाओं का विस्तार
पर्यटन सचिव ने बताया कि Chardham Yatra यात्रा मार्गों पर सड़क मरम्मत, स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार और ट्रैफिक प्रबंधन की विशेष व्यवस्था की जा रही है। संभावित आपदाओं को देखते हुए SDRF और पुलिस की टीमें भी अलर्ट मोड में रहेंगी। इस बार यात्रा मार्ग पर 150 से अधिक मेडिकल रिलीफ पोस्ट बनाई जा रही हैं। हेलीकॉप्टर और एंबुलेंस सेवाओं को भी तैनात किया जाएगा।

अनिवार्य रजिस्ट्रेशन और ऑनलाइन ट्रैकिंग व्यवस्था
उत्तराखंड सरकार ने इस बार Chardham Yatra में पंजीकरण को अनिवार्य कर दिया है। बिना रजिस्ट्रेशन यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। श्रद्धालुओं को उत्तराखंड पर्यटन विभाग की वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा।

यात्रियों की सुरक्षा के लिए ऑनलाइन ट्रैकिंग की व्यवस्था भी की गई है, जिससे उनकी स्थिति पर नजर रखी जा सके। सुचारु यातायात के लिए अस्थायी पार्किंग, बस स्टॉप और शटल सेवाएं शुरू की जा रही हैं।

Chardham कपाट खुलने की तिथियां
- गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट: 30 अप्रैल 2025
- केदारनाथ धाम के कपाट: 2 मई 2025
- बद्रीनाथ धाम के कपाट: 4 मई 2025
- हेमकुंड साहिब के कपाट: 25 मई 2025