वाराणसी। छठ पूजा के महापर्व के दौरान यूपी और बिहार जाने के लिए यात्रियों की भारी भीड़ रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में देखने को मिल रही है। वाराणसी समेत अन्य प्रमुख शहरों के रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की लंबी कतारें लगी हुई हैं। लोग अपने परिवारों के पास पहुंचने के लिए यात्रा कर रहे हैं, लेकिन ट्रेनों में सीट की कमी और टिकट की उपलब्धता की समस्या से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
कैंट और वाराणसी के अन्य प्रमुख स्टेशनों से होकर गुजरने वाली बिहार और झारखंड की ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बहुत अधिक है। बुधवार शाम, कैंट स्टेशन पर सारनाथ एक्सप्रेस में चढ़ने-उतरने के दौरान यात्रियों के बीच धक्का-मुक्की की घटना देखी गई। आरपीएफ और जीआरपी कर्मियों ने स्थिति को नियंत्रित किया। यात्रियों का कहना है कि वे सीट पर कब्जा बनाए रखने के लिए पानी लेने के लिए भी ट्रेन से बाहर नहीं निकलते हैं। स्लीपर और जनरल कोच की स्थिति विशेष रूप से खराब है और कई यात्री अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए ट्रेनें बदल-बदल कर यात्रा कर रहे हैं।
ट्रेनों में वेटिंग और वापसी की समस्याएं
कैंट स्टेशन के मुख्य आरक्षण केंद्र के कर्मचारियों ने बताया कि छठ पूजा के बाद ही ट्रेनों में वेटिंग की स्थिति सामान्य हो सकती है। बिहार की ओर जाने वाली ट्रेनों में भारी वेटिंग के कारण यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। नवंबर में बिहार-झारखंड से वाराणसी लौटने वाली ट्रेनों में भी लंबी वेटिंग है। दिल्ली की प्रमुख ट्रेनों जैसे राजधानी, भृगु सुपरफास्ट, स्वतंत्रता सेनानी, नीलांचल, फरक्का, काशी विश्वनाथ, श्रमजीवी, लिच्छवी, शिवगंगा और बनारस-नई दिल्ली सुपरफास्ट में सीटें वेटिंग में हैं। मुंबई, सूरत, अहमदाबाद, हैदराबाद और पंजाब जाने वाली ट्रेनों में भी यही स्थिति है।
देरी से चलने वाली ट्रेनें और सुविधाओं की कमी
ट्रेनें न केवल भीड़-भाड़ से बल्कि देरी से भी चल रही हैं, जिससे यात्री और अधिक परेशान हैं। स्पेशल ट्रेनों की स्थिति सबसे खराब है, जो आम तौर पर 5 से 6 घंटे की देरी से पहुंच रही हैं। साथ ही, कोच में गंदगी और पानी की कमी यात्रियों के लिए परेशानी का कारण बन रही है। मंगलवार को स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस चार घंटे की देरी से कैंट स्टेशन पहुंची, जबकि सूरत-वाराणसी स्पेशल ट्रेन अपने निर्धारित समय सुबह 6:50 बजे की बजाय दोपहर 1:27 बजे कैंट स्टेशन पहुंची।
कैंट स्टेशन डायरेक्टर अर्पित गुप्ता ने बताया कि स्टेशन पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए उनके द्वारा कई प्रयास किए गए हैं। सभी यात्री सुविधाओं के लिए स्पेशल टीम बनाई गई है। RPF को निर्देश दिए गए हैं कि वे सीसीटीवी निगरानी रखें और नियमित गश्त करें। स्टेशन और प्लेटफार्म पर निरंतर अनाउंसमेंट जारी रहेगी, और किसी भी ट्रेन के प्लेटफार्म को बदला नहीं जाएगा।