रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के रामबोड़ गांव में गुरुवार को एक बड़ा औद्योगिक हादसा हुआ। यहां निर्माणाधीन कुसुम स्टील प्लांट की चिमनी गिरने से कई मजदूर मलबे में दब गए। घटना के बाद अफरा-तफरी का माहौल बन गया, जबकि पुलिस, प्रशासन और SDRF की टीम मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य में जुट गई।
घटना दोपहर के समय हुई, जब प्लांट में निर्माण कार्य चल रहा था। चिमनी के गिरने से 30 से अधिक मजदूरों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। अब तक दो मजदूरों को घायल अवस्था में निकालकर बिलासपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मुंगेली के एसपी भोजराम पटेल ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई। दो घायल मजदूरों को बाहर निकाला गया है और बचाव अभियान युद्धस्तर पर जारी है। उन्होंने कहा कि मलबे में फंसे अन्य मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मुंगेली के स्मेल्टर्स प्लांट में हुए इस औद्योगिक हादसे का समाचार अत्यंत दुखद है। राहत और बचाव कार्य के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं, और इस कार्य की सतत निगरानी की जा रही है। ईश्वर से प्रार्थना है कि मलबे में फंसे मजदूर सुरक्षित हों और घायल जल्द स्वस्थ हों।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने अपने एक्स हैंडल पर हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए लिखा कि मुंगेली के स्टील प्लांट में चिमनी गिरने की हृदयविदारक घटना अत्यंत दुखद है। दिवंगत आत्माओं के प्रति संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं। आशा करते हैं कि राहत और बचाव कार्य तेजी से पूरा हो। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने भी हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि यह खबर बेहद पीड़ादायक है। मृतकों के परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति मिले और घायलों को जल्द स्वस्थ होने का अवसर प्राप्त हो। मलबे में फंसे मजदूरों की कुशलता के लिए प्रार्थना करता हूं।
इस हादसे ने औद्योगिक स्थलों में सुरक्षा मानकों और प्रबंधन की जिम्मेदारी को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। हादसे के कारणों की जांच जारी है, लेकिन प्रारंभिक जानकारी के अनुसार निर्माणाधीन चिमनी की संरचना कमजोर थी।