China-US Tariff War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को वैश्विक व्यापार में बड़ा कदम उठाते हुए 57 देशों पर टैरिफ लगाने की घोषणा की। हालांकि, बाद में उन्होंने कुछ देशों को राहत देते हुए शुल्क दरों में आंशिक बदलाव किया। इस फैसले के जवाब में, चीन ने शुक्रवार को कड़ा रुख अपनाते हुए अमेरिका से आयात होने वाले सभी उत्पादों पर 34% अतिरिक्त शुल्क (China-US Tariff War) लगाने की घोषणा की। चीन का यह कदम ट्रंप के चीन से होने वाले निर्यात पर लगाए गए समान टैरिफ के जवाब में उठाया गया है।
China-US Tariff War: चीन की ओर से 16 अमेरिकी कंपनियों पर कड़ा फैसला
सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन द्वारा यह नया शुल्क 10 अप्रैल से लागू किया जाएगा। अमेरिका द्वारा अपने व्यापारिक साझेदारों पर अतिरिक्त शुल्क लगाए जाने के बाद चीन ने विश्व व्यापार संगठन (WTO) में इसकी शिकायत भी दर्ज कराई है। इसके साथ ही, चीन ने 16 अमेरिकी कंपनियों को दोहरे उपयोग वाली वस्तुओं (Dual-Use Goods) के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का भी निर्णय लिया है।
चीन का अमेरिका के टैरिफ फैसले पर विरोध
चीनी वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने गुरुवार (3 अप्रैल 2025) को कहा कि चीन अमेरिकी टैरिफ नीति का कड़ा विरोध करता है और अपने हितों की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएगा। ट्रंप द्वारा चीन से आयातित उत्पादों पर 34% शुल्क बढ़ाने के फैसले से चीन की अर्थव्यवस्था को और अधिक झटका लग सकता है। वर्तमान में, चीन पहले से ही रियल एस्टेट सेक्टर में कर्ज संकट और उपभोक्ता मांग में गिरावट जैसी आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है।
चीन ने टैरिफ बढ़ोतरी को गलत बताया
चीन ने अमेरिका के इस फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। चीनी अधिकारियों का कहना है,
“अमेरिका का दावा है कि उसे अंतरराष्ट्रीय व्यापार में नुकसान हुआ है, इसलिए वह पारस्परिक शुल्क (Reciprocal Tariff) लगाने का कदम उठा रहा है। हालांकि, अमेरिका ने अपने स्वयं के एकतरफा मूल्यांकन के आधार पर यह फैसला लिया, जो वैश्विक व्यापार नियमों के अनुरूप नहीं है। टैरिफ में वृद्धि से अमेरिका की समस्याओं का समाधान नहीं होगा, बल्कि यह अमेरिकी अर्थव्यवस्था, वैश्विक विकास, उत्पादन और आपूर्ति श्रृंखला की स्थिरता को प्रभावित करेगा।”

ट्रंप ने व्यापार नीति में बदलाव का दिया तर्क
बुधवार को डोनाल्ड ट्रंप ने चीनी उत्पादों के आयात पर 34% अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा की। इस फैसले को अमेरिकी व्यापार नीति को नया स्वरूप देने के उद्देश्य से “व्यापक मुक्ति दिवस पैकेज” के तहत पेश किया गया। ट्रंप की इस नीति के बाद अमेरिका में प्रवेश करने वाले चीनी उत्पादों पर कुल टैरिफ बढ़कर 54% हो गया है।
यह व्यापार युद्ध आगे और कितना गहरा होगा, यह तो आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा, लेकिन फिलहाल अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है, जिससे वैश्विक व्यापार प्रभावित होने की आशंका है।