नई दिल्ली। बांग्लादेश के चटगांव कोर्ट बिल्डिंग इलाके में मंगलवार (26 नवंबर) को पुलिस और चिन्मय कृष्ण दास के समर्थकों के बीच हुई हिंसक झड़प में एक वकील की मौत हो गई। मृतक की पहचान 32 वर्षीय सैफुल इस्लाम के रूप में हुई, जो चटगांव जिला बार एसोसिएशन का सदस्य था। घटना के बाद पुलिस और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) ने हालात काबू में करने के लिए साउंड ग्रेनेड दागे और लाठीचार्ज किया।
क्या है मामला :-
चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद समर्थकों ने अदालत परिसर में विरोध प्रदर्शन शुरू किया। प्रदर्शन हिंसक हो गया, जिससे पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। चटगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल (CMCH) के पुलिस कैंप प्रभारी नूरुल इस्लाम ने बताया कि सैफुल इस्लाम को गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया, जहां उसे शाम चार बजे मृत घोषित कर दिया गया। इस हिंसक झड़प में पत्रकारों समेत कम से कम 10 लोग घायल हुए। इनमें से पांच का इलाज CMCH में चल रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चिन्मय दास के समर्थकों ने सैफुल इस्लाम को रंगम कन्वेंशन हॉल के पास खींचकर हमला किया। गोलम रसूल मार्केट के कर्मचारी मोहम्मद दीदार ने कहा कि हमने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर सैफुल को बचाने की कोशिश की और उसे अस्पताल पहुंचाया।
स्थिति नियंत्रण से बाहर होते देख पुलिस और बीजीबी ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए साउंड ग्रेनेड का इस्तेमाल किया और जमकर लाठियां चलाईं। घटना के बाद चटगांव कोर्ट परिसर और आसपास के क्षेत्रों में तनाव का माहौल है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
यह झड़प चिन्मय दास की गिरफ्तारी के बाद उपजे विवाद को लेकर हुई, जिसने बांग्लादेश की राजनीति और न्याय व्यवस्था को एक बार फिर सवालों के घेरे में ला दिया है।
