नई दिल्ली। अमेरिका की केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) ने अपनी नई रिपोर्ट में दावा किया है कि कोविड-19 का वायरस किसी लैब से लीक हुआ है। एजेंसी ने यह भी संकेत दिया कि वायरस की उत्पत्ति चीन से हुई है। हालांकि, सीआईए ने स्वीकार किया है कि उसे अपनी रिपोर्ट के नतीजों पर पूरी तरह से भरोसा नहीं है।
बाइडन प्रशासन के दौरान सीआईए ने एक रिपोर्ट में कहा था कि कोरोना वायरस चीन से आया, लेकिन यह स्पष्ट नहीं था कि वायरस लैब से गलती से लीक हुआ या इसे जानबूझकर फैलाया गया। अब डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद सीआईए की नई रिपोर्ट ने इस बात पर जोर दिया है कि वायरस प्राकृतिक रूप से उत्पन्न नहीं हुआ, बल्कि लैब से बाहर आया।
सीआईए के निदेशक जॉन रैटक्लिफ ने कहा कि वायरस के स्रोत का पता लगाने के लिए और अधिक सटीक जानकारी जुटाई जा रही है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि खुफिया एजेंसियों पर सच्चाई उजागर करने का दबाव बढ़ रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर वैज्ञानिकों में अब भी सहमति नहीं है। कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि वायरस वुहान के बाजार में चमगादड़ों से फैला, जबकि अन्य इसे वुहान की लैब से लीक मानते हैं।
सीआईए की इस रिपोर्ट से एक बार फिर चीन पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ सकता है। वैज्ञानिकों और खुफिया एजेंसियों के बीच मतभेद के कारण वायरस की वास्तविक उत्पत्ति को लेकर जांच की मांग तेज होने की संभावना है।