कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, घाटों पर लाखों की संख्या में उमड़ी भीड़
Varanasi: कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा नदी में पवित्र स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ वाराणसी पहुंच रही है। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में कार्तिक पूर्णिमा के दिन सूर्य की पहली किरण के साथ ही श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाना शुरू कर दिया। ऐसी मान्यता है कि आज के दिन गंगा में स्नान करने से पुण्य मिलता है।

कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान को हिंदू धर्म में पवित्र और पुण्यदायी माना गया है। यह दिन आत्मशुद्धि, मोक्ष और ईश्वरीय कृपा प्राप्त करने का अवसर माना जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, इस तिथि पर गंगा जल में स्नान करने से सभी पापों का नाश होता है और व्यक्ति के जीवन में शुभता का संचार होता है।

वाराणसी के सभी प्रमुख घाटों पर भोर से ही गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुट गई। राजघाट, दशाश्वमेध घाट समेत अस्सीघाट पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान को पहुंच रहे हैं। सभी घाटों पर लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं की भीड़ को मैनेज करने के लिए पुलिस प्रशासन मुस्तैद है। एसीपी कोतवाली अतुल अंजान त्रिपाठी भी राजघट पर सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर भीड़ को मैनेज करते दिखे।

एसीपी अतुल अंजान त्रिपाठी ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए सभी घाटों को 10 जोन, 18 सेक्टर और 34 सब सेक्टर में बांटा गया है। जिन घाटों पर सबसे ज्यादा भीड़ होती है, जिसमें राजघाट, दशाश्वमेध घाट, शीतला घाच, अस्सीघाट पर एडिशनल रैंक के पुलिसकर्मियों ने खुद सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाली है।

एसीपी ने बताया कि ड्रोन के जरिए भी हर घाटों पर निगरानी रखी जा रही है। कमांड सेंटर से भी घाटों की मॉनिटरिंग की जा रही है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 28 वॉच टावर बनाए गए हैं, जहां से मॉनिटरिंग की जा रही है। कुल मिलाकर देव दीपावली के मद्देनजर पुलिस और प्रसाशन मुस्तैद है, ताकि किसी भी श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी या दिक्कतों का सामना न करने पड़े।
