प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 के कारण श्रद्धालुओं को भारी ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ रहा है। खासकर प्रयागराज से सटे यूपी के कई जिलों में प्रमुख मार्गों पर वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं। इस स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं कमान संभालते हुए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं।
समीक्षा बैठक में सीएम योगी ने जताई नाराजगी
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने सोमवार को अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की, जिसमें वह एडीजी स्तर के दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बेहद नाराज दिखे। उन्होंने ट्रैफिक व्यवस्था की खामियों पर नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को लापरवाही न बरतने की सख्त हिदायत दी।
एडीजी ट्रैफिक और एडीजी प्रयागराज पर फूटा गुस्सा
सीएम योगी ने एडीजी प्रयागराज भानु भास्कर को फटकार लगाते हुए कहा कि इतनी बड़ी जिम्मेदारी होने के बावजूद वह अपनी भूमिका ठीक से नहीं निभा रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि हर अधिकारी को अपने दायित्व निभाने होंगे और जिम्मेदारी से बचने का कोई विकल्प नहीं है। वहीं, एडीजी ट्रैफिक सत्यनारायण पर भी सीएम योगी ने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जब इतना बड़ा जाम लग रहा था, तब ट्रैफिक पुलिस क्या कर रही थी?
“सस्पेंशन की कार्रवाई जरूरी” – सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने मीटिंग में कहा कि हर कोई जानता है कि छुट्टी के दिनों में भीड़ बढ़ती है, फिर शनिवार और रविवार को यातायात के लिए ठोस योजना क्यों नहीं बनाई गई? उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि मुख्य स्नान के दौरान यदि वरिष्ठ अधिकारी मौके पर नहीं होते हैं, तो यह बड़ी लापरवाही है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इस मामले में सस्पेंशन की कार्रवाई बनती है।
यातायात सुधार के लिए उठाए जा रहे कदम
सीएम योगी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि भीड़ नियंत्रण के लिए ठोस रणनीति अपनाई जाए। उन्होंने विशेष रूप से माघ पूर्णिमा स्नान के दिन अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए, क्योंकि इस दिन श्रद्धालुओं की संख्या और अधिक बढ़ने की संभावना है।

यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए प्रशासन ने कई उपाय किए हैं:
प्रमुख मार्गों पर यातायात डायवर्जन लागू किया जा रहा है।
सार्वजनिक परिवहन के विकल्पों को बढ़ाया जा रहा है।
भीड़ नियंत्रण के लिए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए जा रहे हैं।
सरकार ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे प्रशासन द्वारा लागू की गई नई व्यवस्थाओं में सहयोग करें, ताकि सभी को परेशानी मुक्त तीर्थयात्रा का अनुभव मिल सके।