हरदोई I पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और दक्षिण 24 परगना के भांगड़ में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में भड़की हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने कड़ा रुख अपनाया है।
मंगलवार को हरदोई में 729 विकास परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास समारोह के दौरान सीएम योगी ने कहा, “बंगाल जल रहा है, वहां की मुख्यमंत्री चुप हैं। दंगाइयों को शांतिदूत कहती हैं। लातों के भूत बातों से नहीं मानेंगे, दंगाई डंडे से ही मानेंगे। जिसे बांग्लादेश पसंद है, वो बांग्लादेश जाए। भारत की धरती पर बोझ क्यों बने हैं?”

हिंदुओं की सुरक्षा के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती
CM Yogi ने मुर्शिदाबाद में अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती को सराहा। उन्होंने कहा, “मैं वहां के न्यायालय को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने केंद्रीय बलों को तैनात कर हिंदुओं की सुरक्षा का कदम उठाया। आज वहां BSF तैनात है।” CM Yogi ने कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और TMC पर निशाना साधते हुए कहा, “सब मौन हैं। सेक्युलरिज्म के नाम पर दंगाइयों को खुली छूट दी जा रही है। बांग्लादेश में जो हुआ, उसका समर्थन करने वाले धमकी दे रहे हैं।”
CM Yogi बोले मुर्शिदाबाद और भांगड़ में हिंसा का मंजर
मुर्शिदाबाद में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों ने भयावह रूप ले लिया। सड़कों पर जले हुए वाहन, लूटे गए शॉपिंग मॉल और फार्मेसियों में तोड़फोड़ ने इलाके को सुनसान कर दिया। रविवार को दुकानें बंद रहीं और लोग घरों में कैद रहे।
सैकड़ों लोग नदी पार कर मालदा जिले में शरण लेने को मजबूर हुए। दक्षिण 24 परगना के भांगड़ में भी इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) के प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहनों में आगजनी और तोड़फोड़ की। स्थानीय प्रशासन का दावा है कि स्थिति अब नियंत्रण में है, लेकिन तनाव बरकरार है।
सियासी आरोप-प्रत्यारोप
CM Yogi ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा, “पिछले एक हफ्ते से मुर्शिदाबाद जल रहा है, लेकिन सरकार मौन है। अराजकता पर लगाम लगनी चाहिए।” दूसरी ओर, ममता बनर्जी ने कहा कि वक्फ कानून केंद्र का बनाया हुआ है और इसे बंगाल में लागू नहीं किया जाएगा। बीजेपी ने ममता के एक बयान पर आपत्ति जताते हुए दावा किया कि उनके बयान ने हिंसा को बढ़ावा दिया।
कानूनी कार्रवाई और सुप्रीम कोर्ट में याचिका
मुर्शिदाबाद में हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने 300 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर हिंसा प्रभावित इलाकों में BSF की तैनाती की गई है। मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा है, जहां वकील शशांक शेखर झा ने हिंसा की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) गठन की मांग की है।