लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अवैध ई-रिक्शा और ऑटो के खिलाफ सख्त कार्रवाई का फैसला लिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) के निर्देश पर 1 से 30 अप्रैल तक पूरे प्रदेश में विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान अवैध, अपंजीकृत वाहनों की धरपकड़ के साथ नाबालिग चालकों पर भी कार्रवाई की जाएगी। परिवहन आयुक्त ब्रजेश नारायण सिंह ने इस संबंध में सभी जिलों के पुलिस आयुक्त, जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिखा है।
CM Yogi ने दिए थे कड़े निर्देश
बीते 23 मार्च को हुई समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने अवैध ई-रिक्शा और ऑटो संचालन पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था कि वाहन चालकों का वेरीफिकेशन अनिवार्य रूप से कराया जाए और नाबालिगों को किसी भी सूरत में वाहन चलाने की अनुमति न दी जाए। इसके अलावा किरायेदारों का भी सत्यापन कराने और ओवरलोडिंग को जीरो टॉलरेंस नीति के तहत रोकने पर जोर दिया गया था।
CM Yogi ने पेश किया सरकार का रिपोर्ट कार्ड, बताया कैसे 8 सालों में बदली यूपी की तस्वीर
संयुक्त अभियान में पुलिस भी होगी शामिल
परिवहन आयुक्त ब्रजेश नारायण सिंह ने बुधवार को सभी जिलाधिकारियों, पुलिस आयुक्तों और एसएसपी/एसपी को पत्र लिखकर निर्देश दिया कि परिवहन विभाग और पुलिस विभाग संयुक्त रूप से अभियान चलाएं। इस दौरान सभी जिलों में विशेष चेकिंग अभियान चलेगा, जिसमें बिना रजिस्ट्रेशन वाले ई-रिक्शा और अवैध ऑटो को जब्त किया जाएगा।
साप्ताहिक रिपोर्ट देनी होगी
परिवहन विभाग ने तय किया है कि हर शुक्रवार को इस अभियान की रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। इसके लिए आरटीओ और एआरटीओ स्तर पर सख्त मॉनिटरिंग होगी।
परिवहन आयुक्त ने अधिकारियों को दिए निर्देश
गुरुवार को परिवहन आयुक्त ब्रजेश नारायण सिंह ने सभी अपर परिवहन आयुक्तों और जिलों के आरटीओ-एआरटीओ के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि इस अभियान को प्रभावी बनाने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस के साथ समन्वय बनाकर कार्रवाई करें। साथ ही, नाबालिगों को वाहन न चलाने देने के नियम का कड़ाई से पालन कराया जाए।
जनता को दी गई चेतावनी
परिवहन विभाग ने ई-रिक्शा और ऑटो चालकों से अपील की है कि वे अपने वाहन का आवश्यक रजिस्ट्रेशन और दस्तावेज तुरंत पूरा कर लें। वहीं, नाबालिगों को वाहन चलाने से रोका जाए, अन्यथा सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।