लिव-इन पार्टनर ने इंजीनियर प्रेमी को गला रेतकर उतारा मौत के घाट, फिर खुद पुलिस को मिलाया फोन...
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। सहमति संबंध में रह रहे एक इंजीनियर की उसकी प्रेमिका ने चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी। घटना के बाद महिला अपनी दोनों नाबालिग बेटियों के साथ करीब पांच घंटे तक शव के पास ही बैठी रही। अंततः सुबह उसने खुद पुलिस को फोन कर वारदात की जानकारी दी। पुलिस मौके पर पहुंची, शव को कब्जे में लिया और आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया। इंजीनियर के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने बेटियों को भी आरोपी बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज की है।
झगड़े के बाद हुई हत्या
मूल रूप से हरदोई की रहने वाली रत्ना (46) अपनी 17 और 15 वर्षीय बेटियों के साथ रहती थी। जानकारी के अनुसार, सोमवार देर रात रत्ना और इंजीनियर सूर्य प्रताप सिंह के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ। भोर में लगभग 5 बजे रत्ना ने घर में ही रखे चाकू से सूर्य का गला रेत दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के समय दोनों बेटियां भी घर में मौजूद थीं।
पांच घंटे तक शव के साथ रहीं मां-बेटियां
हत्या के बाद न तो रत्ना घर से भागी और न ही किसी को सूचना दी। सुबह करीब 9:45 बजे रत्ना ने पुलिस कंट्रोल रूम पर फोन कर कहा, मैंने ही सूर्य का कत्ल किया है।" सूचना पर पुलिस व ग्राम प्रधान मौके पर पहुंचे और रत्ना ने गिरफ्तारी देते हुए वारदात स्वीकार की।
परिजनों का गंभीर आरोप
मृतक के पिता नरेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि मकान हड़पने की नीयत से रत्ना ने अपनी बेटियों के साथ मिलकर उनके बेटे की हत्या की है। उन्होंने तीनों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस दोनों बेटियों की भूमिका की भी जांच कर रही है।
कौन था मृतक इंजीनियर?
जानकीपुरम निवासी सूर्य प्रताप सिंह (32) एवरेडी कंपनी में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर थे। वह पिछले चार वर्षों से सलारगंज शिवम ग्रीन सिटी स्थित अपने मकान में रत्ना के साथ रह रहे थे। मूल रूप से देवरिया के परसियां भीखम गांव के रहने वाले सूर्य प्रताप की हत्या की खबर से गांव में मातम छा गया है।
पुलिस ने शुरू की गहन जांच
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों के अनुसार, रत्ना ने हत्या की बात कबूल की है, लेकिन बेटियों की संलिप्तता को लेकर जांच जारी है। यह वारदात शहर और गांव दोनों जगहों पर चर्चा का विषय बनी हुई है।
