New Delhi: वैश्विक खेल ब्रांड Decathlon ने भारत में अपने 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि वह 2030 तक भारत से 3 अरब अमेरिकी डॉलर मूल्य के उत्पादों की आपूर्ति अपने वैश्विक परिचालन के लिए करेगा। यह घोषणा Decathlon इंडिया के सीईओ शंकर चटर्जी ने मंगलवार को दिल्ली के होटल ले मेरिडियन में आयोजित प्रेस वार्ता में की।

चटर्जी ने बताया कि कंपनी पिछले ढाई दशकों से भारत में उत्पादन कर रही है और यह उसकी सफलता की रीढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य ‘मेक इन इंडिया’ विजन के तहत स्थानीय उत्पादन क्षमताओं को सशक्त करना और भारत को वैश्विक निर्माण केंद्र बनाना है। हम ऐसे उत्पाद बना रहे हैं जो न केवल किफायती हैं, बल्कि टिकाऊ और तकनीकी रूप से उन्नत भी हैं।

कंपनी ने बताया कि अभी उसकी वैश्विक सोर्सिंग में भारत की हिस्सेदारी 8% है, जिसे 2030 तक 15% करने की योजना है। खासकर फुटवियर, फिटनेस इक्विपमेंट और टेक्निकल टेक्सटाइल्स जैसी श्रेणियों में संभावनाएं देखते हुए विकास की यह योजना बनाई गई है।
चटर्जी ने कहा कि भारत में तैयार उत्पादों का हिस्सा 2025 में 70% रहा है और 2030 तक यह 90% तक पहुंचाने का लक्ष्य है। इससे स्थानीय सोर्सिंग रणनीति को और बल मिलेगा। उन्होंने बताया कि Decathlon के पास भारत में 113 मैन्युफैक्चरिंग साइट्स, 83 सप्लायर्स और 7 प्रोडक्शन ऑफिस हैं, जो उसे उत्पादन क्षमता, गुणवत्ता और गति प्रदान करते हैं।

डीकेथलॉन की योजना भारत में 3 लाख से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित करने की है। कंपनी योग और क्रिकेट जैसे सांस्कृतिक रूप से जुड़े खेलों पर भी फोकस कर रही है।
कंपनी के प्रोडक्शन हेड फ्रेडरिक मर्लेवेड ने कहा कि भारत न केवल आकार के लिहाज से, बल्कि गुणवत्ता, नवाचार और तेज़ डिलीवरी के लिहाज से भी एक रणनीतिक केंद्र बन गया है। वहीं भारत प्रमुख दीपक डिसूजा ने कहा कि हम सिर्फ उत्पाद नहीं बना रहे हैं, बल्कि खेलों का भविष्य बना रहे हैं। हमारा ध्यान स्मार्ट और पर्यावरण के अनुकूल उत्पादन पर है।


वर्तमान में डीकेथलॉन के भारत के 55 शहरों में 132 स्टोर हैं। कंपनी 2030 तक इसे 90 से अधिक शहरों तक विस्तारित करना चाहती है। Decathlon की यह रणनीति भारत को अपने वैश्विक उत्पादन नेटवर्क में एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में बड़ा कदम है।