वाराणसी। रेल प्रशासन द्वारा प्रयागराज-वाराणसी रेलखंड पर 2.224 किमी के दोहरीकरण और विद्युतीकरण के बाद संरक्षा निरीक्षण पूरा कर लिया गया है। सोमवार को रेल संरक्षा आयुक्त पूर्वोत्तर परिमंडल प्रणजीव सक्सेना ने इस खंड का विस्तृत निरीक्षण किया। उनके साथ प्रमुख अधिकारी भी मौजूद रहे, जिन्होंने रेलखंड की यार्ड रिमॉडलिंग, ट्रैक्शन लाइन, पुलों और अन्य संरचनाओं की जांच की।
निरीक्षण के बाद, संरक्षा आयुक्त ने स्पीड ट्रायल भी सफलतापूर्वक पूरा किया, जिससे रेलमार्ग की तीव्र गति से संचालन की पुष्टि हुई। इस दोहरीकृत और विद्युतीकृत लाइन से वाराणसी और प्रयागराज के बीच तीव्रगति वाली ट्रेनों, जैसे वंदे भारत एक्सप्रेस, के संचालन में वृद्धि होगी।
काशी विश्वनाथ मंदिर और प्रयागराज में होने वाले मेलों को देखते हुए, इस परियोजना से क्षेत्र में आवागमन की सुविधा में सुधार होगा और अतिरिक्त ट्रेनों के संचालन की संभावना बढ़ेगी।