वाराणसी। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (UPSRLM) के तहत ग्रामीण महिलाओं को वित्तीय साक्षरता (FLCRP) से जोड़ने के लिए एक अनोखा अभियान शुरू किया गया है, जिसमें पारंपरिक ‘सांप-सीढ़ी’ जैसे खेल को प्रशिक्षण का माध्यम बनाया गया है। इस अभिनव पहल का उद्देश्य है कि महिलाएं सरल और रोचक तरीके से बैंकिंग, बचत, ऋण और डिजिटल लेनदेन जैसे जरूरी विषयों की जानकारी हासिल करें।

यह कार्यक्रम जिले के सात विकासखंडों—काशी विद्यापीठ, चिरईगांव, सेवापुरी, चोलापुर आदि में सक्रिय रूप से चलाया जा रहा है। ग्राम पंचायतों वंदेपुर, नैपुरा कला, हरपालपुर, नवापुर, अमीनी, हरिहरपुर और खनुआन में यह प्रशिक्षण अभियान सुचारु रूप से संचालित किया जा रहा है। इस अभियान की अगुआई फाइनेंशियल लिटरेसी कम्युनिटी रिसोर्स पर्सन (FLCRP) कर रही हैं, जिनमें सीमा गौतम, सीमा देवी, निरमा, संध्या, सुमन देवी, रिंका पटेल, विजयलक्ष्मी, उर्मिला, अंजू देवी और नीलम प्रमुख हैं।

सांप-सीढ़ी खेल को प्रतीकात्मक रूप में इस्तेमाल करते हुए FLCRP सदस्यों ने महिलाओं को बताया कि सीढ़ियां बैंकिंग की अच्छी आदतें हैं—जैसे नियमित बचत, बीमा और जिम्मेदार ऋण—जबकि सांप बुरी आदतों को दर्शाते हैं, जैसे ओटीपी साझा करना, असुरक्षित लेनदेन और गैर-जरूरी कर्ज लेना।
तीन प्रमुख मॉड्यूल के तहत प्रशिक्षण
- मॉड्यूल 1 – वित्तीय नियोजन: आवश्यक और गैर-आवश्यक खर्च की पहचान, बजट बनाना और खर्चों पर नियंत्रण।
- मॉड्यूल 2 – स्मार्ट बचत और ऋण: नियमित बचत की आदत और जिम्मेदारीपूर्वक ऋण लेना।
- मॉड्यूल 3 – बीमा और पेंशन: जीवन, स्वास्थ्य, फसल बीमा की जानकारी और पेंशन योजनाओं से जुड़ने का महत्व।
साथ ही डिजिटल सुरक्षा जैसे ओटीपी साझा न करना, मोबाइल बैंकिंग का सुरक्षित उपयोग, आधार सीडिंग और सरकारी योजनाओं की जानकारी भी प्रदान की जा रही है।

यह अभियान लखनऊ स्थित मिशन मुख्यालय के निर्देशों और ‘सक्षम सेंटर’ मॉडल के तहत संचालित हो रहा है। जिले में सभी संकुल स्तरीय संघों में सक्षम केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं, जिससे FLCRP सदस्य गांव-गांव जाकर महिलाओं को जागरूक कर सकें।
