वाराणसी। ठगी (Fraud) का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसमें एक युवक को एक किलो नकली सोने के सिक्के थमाकर सात लाख रुपये की चपत लगा दी गई। इस घटना को एक महिला सहित तीन लोगों ने अंजाम दिया। पीड़ित की तहरीर पर आदमपुर थाने में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीड़ित प्रदीप कुमार मूल रूप से कुशीनगर के पकड़ी बुजुर्ग गांव के रहने वाले हैं और वर्तमान में चंदौली के जलीलपुर में रहकर एफ्को इंफ्राटेक में कार्यरत हैं। प्रदीप ने बताया कि उन्होंने जमीन खरीदने के उद्देश्य से बैंक से सात लाख रुपये का लोन लिया था।
नकली सिक्कों के बदले ठग लिए सात लाख
प्रदीप ने बताया कि 14 फरवरी को काशी रेलवे ब्रिज के पास एक व्यक्ति से उनकी मुलाकात हुई, जिसने खुद को प्रजापति बताया। उसने कहा कि उसकी मां की तबीयत खराब है और खेत गिरवी पड़ा है। उसने दावा किया कि अयोध्या में खुदाई के दौरान उसे एक किलो सोने के सिक्के मिले हैं, जिन्हें वह बेचकर मां का इलाज कराना चाहता है।
कम दाम में अधिक सोना पाने के लालच में आकर प्रदीप उसकी बातों में आ गए। जब उन्होंने दो दिन बाद काशी रेलवे ब्रिज पर उस व्यक्ति से मुलाकात की, तो वह एक महिला और एक युवक को साथ लेकर आया। सौदे के तहत प्रदीप ने उन्हें सात लाख रुपये नकद दे दिए और बदले में सोने के सिक्के ले लिए।
तनिष्क शोरूम में खुली पोल
प्रदीप को जब संदेह हुआ तो उन्होंने सिक्कों की जांच के लिए तनिष्क शोरूम का रुख किया। वहां परीक्षण के बाद पता चला कि सारे सिक्के नकली हैं। इसके बाद उन्होंने पहले चंदौली के मुगलसराय थाने में शिकायत की, लेकिन उन्हें बताया गया कि मामला वाराणसी के आदमपुर थाना क्षेत्र का है।
अधिकारियों से गुहार के बाद दर्ज हुआ मुकदमा
प्रदीप जब आदमपुर थाने पहुंचे तो शुरुआत में तहरीर लेने के बावजूद मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। इसके बाद उन्होंने उच्च अधिकारियों से गुहार लगाई, तब जाकर आदमपुर पुलिस ने केस दर्ज किया और जांच में जुट गई।
फिलहाल पुलिस ठगों (Fraud) की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास में लगी है। मामले में जल्द खुलासा होने की उम्मीद जताई जा रही है।