Varanasi : काशी में Ganga का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और शुक्रवार की सुबह दो सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से जलस्तर में इजाफा दर्ज किया गया। Ganga का स्तर अब 66.7 मीटर पर पहुंच गया है, जिससे घाटों के आपसी संपर्क टूट गए हैं और गंगा आरती का स्थान भी बदलना पड़ा है।.
पिछले कई दिनों से Ganga में बढ़ते जलस्तर के बीच एक दिन स्थिरता जरूर देखी गई थी, लेकिन इसके बाद फिर से तेजी से पानी बढ़ने का सिलसिला शुरू हो गया। दशाश्वमेध और अस्सी घाट पर अब आरती को ऊंचाई वाले स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है, ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

Ganga के चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर और खतरे के बिंदु 71.262 मीटर से अभी लगभग 4 मीटर नीचे जलस्तर है, लेकिन प्रशासन पूरी तरह चौकन्ना है। केंद्रीय जल आयोग, जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें गंगा के किनारों पर निगरानी बढ़ा चुकी हैं।

इस बढ़ते खतरे को देखते हुए तटवर्ती इलाकों के लोगों को सतर्क किया जा रहा है और नाव संचालन पर समय-सीमा के तहत प्रतिबंध लगाए गए हैं। वहीं कुछ घाटों पर सीढ़ियों तक पानी चढ़ गया है, जिससे श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

प्रशासन ने आपदा से निपटने के लिए चौकियों को सक्रिय कर दिया है और संभावित बाढ़ के खतरे को देखते हुए राहत एवं बचाव योजनाओं को तैयार रखने के निर्देश दिए हैं।
