नई दिल्ली I Germany की सरकार ने 2024 में श्रमिक वीजा की संख्या में 10 प्रतिशत वृद्धि का ऐलान किया है। यह फैसला जर्मनी में कामगारों की कमी को पूरा करने के लिए लिया गया है। सरकार ने बताया कि इस साल लगभग 2 लाख पेशेवर वीजा जारी किए जाएंगे, जिनमें गैर-यूरोपीय देशों के छात्रों को 20 प्रतिशत अधिक वीजा मिलेंगे।
इस निर्णय से भारतीयों को फायदा हो सकता है, क्योंकि इससे उन्हें Germany में नौकरी और पढ़ाई के अवसर आसानी से मिल सकेंगे। जर्मनी ने पिछले साल कनाडा से प्रेरित प्वाइंट बेस्ड सिस्टम ‘ऑप्युर्चिनिटी कार्ड’ को अपनाया था, जो गैर-ईयू देशों के कुशल कामगारों को जर्मनी में प्रवेश करने की अनुमति देता है।
जर्मनी की गृह मंत्री नैंसी फेसर ने कहा कि इस सुधार से Germany में युवा अपना प्रशिक्षण और शिक्षा सरलता से पूरी कर सकेंगे।