नई दिल्ली। बीते कुछ दिनों में भारत में सोने की कीमतों में तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई है। 19 फरवरी 2025 को 24 कैरेट सोने का भाव 86,058 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया है। इस उछाल के पीछे अमेरिका और चीन के बीच बढ़ता व्यापारिक तनाव प्रमुख कारण माना जा रहा है।
ट्रंप बनाम जिनपिंग: ट्रेड वॉर ने बढ़ाई सोने की कीमत
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन और अन्य देशों पर भारी टैरिफ लगा दिया है। उन्होंने चीन पर 10% अतिरिक्त शुल्क लगाया है और मेक्सिको व कनाडा पर भी उच्च टैरिफ लगाने की चेतावनी दी है। इसके जवाब में चीन ने अमेरिकी उत्पादों पर 15% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी। इस ट्रेड वॉर से वैश्विक बाजार में अस्थिरता बढ़ गई है, जिससे सोने की मांग बढ़ रही है।
सोना सुरक्षित निवेश माना जाता है, इसलिए जब बाजार में अनिश्चितता होती है, तो निवेशक अपनी पूंजी सोने में लगाने लगते हैं। इसी वजह से भारतीय बाजार में भी सोने की कीमतें लगातार नई ऊंचाइयों पर पहुंच रही हैं।
आने वाले दिनों में और महंगा होगा सोना?
गोल्डमैन सैक्स ने 2025 के अंत तक सोने का अनुमानित मूल्य 3,100 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचने की संभावना जताई है। इसके अलावा, सेंट्रल बैंकों की बढ़ती खरीदारी और यूरोप में संभावित आपूर्ति संकट के चलते गोल्ड की डिमांड में और इजाफा हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की कीमतों में आगे भी तेजी जारी रह सकती है।
गहनों के बाजार पर भी पड़ा असर
सोने की बढ़ती कीमतों का असर भारत के जेम्स और ज्वैलरी बाजार पर भी दिख रहा है। जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (GJEPC) की रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 2025 में जेम्स और ज्वैलरी निर्यात में 7.01% की गिरावट आई है, जबकि आयात में 37.83% की भारी कमी दर्ज की गई है।
