हमास ने गाजा में 15 महीने से चल रहे युद्ध को समाप्त करने के उद्देश्य से हुए संघर्ष विराम समझौते के तहत शनिवार को चार महिला इजरायली सैनिकों को रिहा कर दिया है। बदले में इजरायल ने 200 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने पर सहमति जताई।
गाजा में रेड क्रॉस को सौंपी गईं चार सैनिक
AFP की रिपोर्ट के अनुसार, चारों सैनिक (करीना एरीव, डेनिएला गिल्बोआ, नामा लेवी और लिरी अलबाग) को गाजा में रेड क्रॉस को सौंप दिया गया। रिहाई से पहले गाजा शहर के फिलिस्तीन चौक पर हमास के बंदूकधारी और भारी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे। सैनिकों को फिलिस्तीनी वाहन से मंच पर लाया गया, जहां उन्होंने भीड़ की ओर मुस्कुराते हुए हाथ हिलाया। सैनिकों की रिहाई की खबर से तेल अवीव के एक चौक पर मौजूद उनके परिवार और दोस्तों में खुशी की लहर दौड़ गई। बड़ी स्क्रीन पर लाइव रिहाई दिखाए जाने के दौरान लोगों को भावुक होकर गले लगते, रोते और मुस्कुराते देखा गया।
7 अक्टूबर को अगवा की गई थीं सैनिक
चारों महिलाएं इजरायली सेना की निगरानी इकाई की सदस्य थीं। उन्हें 7 अक्टूबर को हमास के हमले के दौरान नाहल ओज सैन्य अड्डे से अगवा किया गया था। यह रिहाई संघर्ष विराम समझौते के तहत हुई, जिसमें इजरायल ने गाजा में बंद प्रत्येक इजरायली सैनिक के बदले 50 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने की सहमति दी। यह कैदियों की दूसरी अदला-बदली थी। इससे पहले तीन महिला इजरायली बंधकों और 90 फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई हुई थी। संघर्ष विराम अमेरिका, कतर और मिस्र के नेतृत्व में हुई कई महीनों की अप्रत्यक्ष वार्ता का परिणाम है। यह युद्धविराम 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले से शुरू हुए युद्ध पर विराम लगाने का प्रयास है।
इस संघर्ष के दौरान अब तक गाजा पर इजरायल के हमले में कम से कम 47,283 फिलिस्तीनी मारे गए और 111,472 घायल हुए हैं। वहीं, हमास के हमले में इजरायल में 1,200 लोग मारे गए और 251 को बंधक बनाकर गाजा ले जाया गया।