धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश में यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) को लेकर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। उत्तराखंड में UCC लागू होने के बाद अब हिमाचल में भी इस पर बहस छिड़ गई है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा है कि अगर हिमाचल में भारतीय जनता पार्टी की सरकार होती तो राज्य यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने वाला दूसरा राज्य बनता। इस बयान पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने तीखा पलटवार किया है।
हिमाचल प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने जयराम ठाकुर के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड व्यवहारिक नहीं है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में हर जिले और यहां तक कि एक ही जिले के अलग-अलग इलाकों में रीति-रिवाज भिन्न हैं। देश की विविधता ही उसकी ताकत है। UCC लोगों को आकर्षित करने वाला विषय हो सकता है, लेकिन इसे लागू करना व्यावहारिक नहीं है।
धर्माणी ने बीजेपी पर धर्म के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी नीतियां अल्पसंख्यकों को निशाना बनाती हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी को राजनीति छोड़कर देश की विविधता को समझना चाहिए। UCC के नाम पर अल्पसंख्यक समुदायों को निशाना बनाना उचित नहीं है।
उत्तराखंड में UCC लागू होने के बाद हिमाचल प्रदेश में इसे लेकर बहस तेज हो गई है। जयराम ठाकुर का बयान कांग्रेस सरकार के लिए नई चुनौती बन सकता है, लेकिन मंत्री धर्माणी के तीखे पलटवार ने इस बहस को और गहरा कर दिया है।