प्रयागराज। हिंदू जनजागृति समिति ने प्रयागराज के कुंभ मेला स्थल पर वक्फ का दावा करने वाले मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है। समिति ने इस दावे को सनातन हिंदू धर्म की आस्था पर गंभीर आघात और कुंभ मेला के पवित्र वातावरण को बिगाड़ने का सुनियोजित प्रयास बताया।
समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे ने पत्रकार वार्ता में कहा कि कुंभ मेला स्थल गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र त्रिवेणी संगम पर स्थित है। यह भूमि गंगा जी की प्राकृतिक संपत्ति है और इसे वक्फ का हिस्सा बताने का दावा पूरी तरह निराधार है। जब अरब में वक्फ की कल्पना भी नहीं थी, तब से इस स्थान पर कुंभ का आयोजन होता आ रहा है। उन्होंने सरकार से अपील की कि कुंभ मेला के पवित्र वातावरण को संरक्षित करने के लिए कठोर कदम उठाए जाएं और मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी पर कानूनी कार्रवाई की जाए।
सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता चेतन राजहंस ने कहा कि मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी का यह कहना कि कुंभ मेला स्थल पर वक्फ की भूमि पर आयोजन मुस्लिम समुदाय की उदारता है, अस्वीकार्य है। हम उनसे पूछना चाहते हैं कि यह उदारता रामजन्मभूमि, काशी, मथुरा और अन्य 15,000 मंदिरों के संदर्भ में क्यों नहीं दिखाई गई, जो इस्लामिक अतिक्रमण का शिकार हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कुंभ मेला स्थल को वक्फ की भूमि मानने वालों का इस पवित्र क्षेत्र में प्रवेश वर्जित होना चाहिए।
सद्गुरु डॉ. पिंगळे ने कहा कि यह दावा न केवल हिंदू आस्था पर प्रहार है, बल्कि कुंभ मेला की गरिमा को भंग करने का प्रयास है। सरकार को ऐसे प्रयासों के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए।
हिंदू जनजागृति समिति ने राज्य सरकार से यह सुनिश्चित करने की मांग की है कि कुंभ मेला का पवित्र वातावरण किसी भी विवाद या अप्रिय घटना से प्रभावित न हो। समिति ने तीर्थ स्थल पर सनातनी परंपराओं और आस्था का सम्मान बनाए रखने की अपील की है।
