IIT BHU ने 1 साल में ₹464.20 करोड़ की अधोसंरचना परियोजनाओं के साथ मनाया परिवर्तनकारी नेतृत्व का जश्न

वाराणसी । IIT BHU वाराणसी ने प्रोफेसर अमित पात्रा के नेतृत्व में 1 साल पूरा होने पर संस्थान में हुए अभूतपूर्व बदलावों का जश्न मनाया। इस 1 साल में संस्थान ने शैक्षणिक सुधार, वैश्विक साझेदारी और अधोसंरचना विकास में उल्लेखनीय प्रगति की।

IIT BHU में इस 1 साल की सबसे बड़ी उपलब्धि उच्च शिक्षा वित्तपोषण एजेंसी (HEFA) से ₹464.20 करोड़ की निधि की स्वीकृति रही, जिससे 7 प्रमुख परियोजनाएं शुरू हुईं। इसमें शताब्दी नवाचार एवं अनुसंधान पार्क, शताब्दी रक्षा एवं प्रिसिजन इंजीनियरिंग हब, दो छात्रावास, एक शैक्षणिक ब्लॉक और रेजिडेंशियल अपार्टमेंट शामिल हैं।

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1 साल के भीतर IIT BHU ने 50 से अधिक नए फैकल्टी की नियुक्ति की। इसके अलावा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप पाठ्यक्रम में बड़ा बदलाव किया गया है, जो 2025 से लागू होगा। छात्र अब 4 ट्रैकों में से चयन कर सकेंगे, जबकि 6वें सेमेस्टर में सभी के लिए इंडस्ट्री इंटर्नशिप अनिवार्य होगी।

IIT BHU ने इंजीनियरिंग और मेडिकल साइंस को जोड़ते हुए नया M.Tech प्रोग्राम लॉन्च किया है। इसी 1 साल में पार्ट टाइम एक्जीक्यूटिव पीएचडी और AI पर इंडस्ट्री कोर्स भी शुरू हुआ है। रिसर्च स्कॉलर्स के लिए ₹2,00,000 तक और मास्टर्स के लिए ₹60,000 तक का यात्रा अनुदान भी लागू किया गया।

IIT BHU ने 1 साल में 105 नए रिसर्च प्रोजेक्ट शुरू किए और IPR सेल ने 126 पेटेंट दाखिल किए, जिनमें 75 को स्वीकृति मिली। DMRC के सहयोग से टनलिंग और अंडरग्राउंड इंजीनियरिंग पर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की भी स्थापना हो रही है।

संस्थान ने 1 साल में 23 भारतीय और 8 अंतरराष्ट्रीय MoUs पर हस्ताक्षर किए। साझेदारों में VDA, CARD, स्वच्छ गंगा मिशन, अदानी एंटरप्राइज़ेज, IIT कानपुर और सारस AI संस्थान शामिल हैं।

IIT BHU को बैटरी अनुसंधान के राष्ट्रीय केंद्र की जिम्मेदारी ANRF योजना के तहत मिली है, जिससे संस्थान सतत विकास लक्ष्यों की दिशा में अग्रसर होगा। यह उपलब्धि भी इसी 1 साल में मिली।

छात्रों के लिए 1 साल में सभी 17 छात्रावासों में सुधार किए गए हैं। सभी मेस को FSSAI प्रमाणन मिला और सभी शेफ भी प्रमाणित किए गए। IoT वॉशिंग मशीन और सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीनें भी लगाई गई हैं।

IIT BHU ने 1 साल में जिमखाना परिसर, G-11 सभागार और टेक्नो पवेलियन ग्राउंड को भी नवीनीकरण की प्रक्रिया में शामिल किया। एयर कंडीशनिंग व्यवस्था और वॉटर कूलर भी जोड़े गए हैं। एक नया पूर्ण वातानुकूलित कक्षा परिसर उद्घाटन के लिए तैयार है।

CIF को प्रोफेसर पात्रा ने 1 साल में प्रोत्साहन और फंडिंग दी। संकाय के लिए चैलेंज ग्रांट शुरू हुआ और स्टार्टअप्स को $30,000 का अनुदान भी IIT BHU फाउंडेशन से मिला। यूनियन बैंक के साथ संयुक्त रूप से 8-10 स्टार्टअप्स को और समर्थन दिया जाएगा।

IIT BHU ने पहली बार 1 साल में एक आउटरीच और उद्योग संबंध पोर्टफोलियो शुरू किया, जिससे प्लेसमेंट ऑफर 1,310 से बढ़कर 1,326 हुए और इंटर्नशिप की संख्या 400 तक पहुंची। पूर्वांचल के विकास में भागीदारी के लिए AYUSH यूनिवर्सिटी और गोरखनाथ यूनिवर्सिटी के साथ MoU की प्रक्रिया चल रही है।

IIT BHU के प्रो. पात्रा ने 1 साल में अमेरिका का दौरा कर एलुमनाई मीट आयोजित कीं। मिशिगन, पर्ड्यू और शिकागो यूनिवर्सिटी से समझौते की दिशा में काम हुआ। AASSII ने पहली बार बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के लिए चुनाव भी कराए।

प्रो. अमित पात्रा ने कहा कि यह 1 साल संस्थान के लिए सहयोग, नवाचार और समर्पण की मिसाल रहा। उन्होंने सभी छात्रों, संकाय, कर्मचारियों, पूर्व छात्रों और भागीदारों को इस सफलता का श्रेय दिया और IIT BHU को वैश्विक स्तर पर अग्रणी बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई।

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