वाराणसी I बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT BHU) के रसायन विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ. साम्य बनर्जी को वर्ष 2025 की प्रतिष्ठित Scientific High Level Visiting Fellowship से सम्मानित किया गया है। यह फैलोशिप फ्रांस के प्रसिद्ध स्ट्रासबर्ग विश्वविद्यालय (University of Strasbourg) द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर के वैज्ञानिकों को दी जाती है, जो वैश्विक स्वास्थ्य समस्याओं पर उन्नत और नवाचारी शोध कार्य कर रहे हैं।

डॉ. बनर्जी का शोध कार्य IIT BHU में धातु-आधारित औषधियों के डिज़ाइन और विकास पर केंद्रित है, जिनका मुख्य उद्देश्य कैंसर और संक्रामक रोगों के प्रभावी इलाज के लिए नए समाधान ढूंढना है। उन्होंने ऐसे धातु यौगिकों को डिज़ाइन और संश्लेषित किया है, जो चिकित्सकीय दृष्टि से सुरक्षित, कुशल और संभावनाओं से भरपूर माने जा रहे हैं।
उनका शोध विशेष रूप से उन मेडिकल समस्याओं को लक्षित करता है जहाँ परंपरागत दवाइयाँ प्रभावी नहीं हो पातीं। उनके द्वारा विकसित यौगिक शरीर की कोशिकाओं में विशेष रूप से कैंसर कोशिकाओं को पहचानकर उन पर प्रभावी कार्यवाही करने की क्षमता रखते हैं, जिससे साइड इफेक्ट्स भी कम होते हैं। यह नवाचार भविष्य की औषधि विज्ञान की दिशा बदल सकता है।
वैश्विक मंच पर IIT BHU की पहचान

इस फैलोशिप के माध्यम से डॉ. बनर्जी को स्ट्रासबर्ग विश्वविद्यालय, फ्रांस में प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों के साथ शोध सहयोग करने का अवसर प्राप्त होगा। वे वहाँ अपने शोध को और आगे बढ़ाते हुए नई तकनीकों और विधियों पर कार्य करेंगे, जिससे आने वाले वर्षों में IIT BHU का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वैज्ञानिक योगदान और अधिक सशक्त होगा।
यह फैलोशिप न केवल डॉ. बनर्जी की व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह IIT BHU की शोध संस्कृति, गुणवत्ता और नवाचार को वैश्विक मान्यता देने वाला एक प्रतीक भी है। इस उपलब्धि से संस्थान के अन्य शोधकर्ताओं और छात्रों को भी प्रेरणा मिलेगी कि वे भी वैश्विक स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकते हैं।
