वाराणसी। उत्तर प्रदेश में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध और असुरक्षा को लेकर महिला कांग्रेस ने कड़ी चिंता व्यक्त की है। प्रदेश में महिला उत्पीड़न और दुष्कर्म की घटनाएं आम लोगों को महिला सुरक्षा पर सोचने के लिए मजबूर कर रही हैं। महिला कांग्रेस के पूर्वी जोन की प्रदेश अध्यक्ष सहला अहरारी ने मंगलवार को वाराणसी में आयोजित प्रेस वार्ता में रौशनी कुशल जायसवाल प्रकरण पर आक्रोश प्रकट करते हुए न्याय की मांग की।
प्रेस वार्ता में सहला अहरारी ने कहा कि वाराणसी, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है, वहां भी महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति संतोषजनक नहीं है। उन्होंने बताया कि रोशनी कुशल जायसवाल और उनके परिवार को सितंबर माह से पुलिस प्रताड़ना झेलनी पड़ रही है। उनके पति कुशल जायसवाल सहित चार अन्य लोगों को जमानती धाराओं में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। सहला के अनुसार, रोशनी को भाजपा के कार्यकर्ता सैफरान राजेश सिंह द्वारा सोशल मीडिया पर अभद्र भाषा और धमकियों का सामना करना पड़ा, जिसके खिलाफ उन्होंने आवाज उठाई। इसके बाद, उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया और घर की कुर्की का नोटिस भी जारी कर दिया गया है।
सहला अहरारी ने बताया कि इस मुद्दे को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के संज्ञान में लाया गया है और महिला कांग्रेस रोशनी कुशल जायसवाल के साथ न्याय के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर न्याय नहीं मिला, तो महिला कांग्रेस सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेगी।
प्रेस वार्ता में जिला और महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, अनुराधा यादव, पूनम विश्वकर्मा, ऋतु पांडेय, चन्द्रकला पुष्कर और अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित रहे।