वाराणसी I वाराणसी के BHU के महामना सेमिनार कांप्लेक्स में ‘इनबिक्स-एडनेट 2024’ का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम भारतीय उपमहाद्वीप में बायोइन्फ़ोरमेटिक्स की सबसे बड़ी सोसाइटी, बायोक्लुस और डॉ. लालजी सिंह द्वारा स्थापित एडनेट की ओर से आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन में दुनिया भर के 300 से अधिक वैज्ञानिक शामिल होंगे, जिनमें 11 विश्वविख्यात वैज्ञानिक भी शामिल हैं। BHU के जंतु विज्ञान विभाग के जीन वैज्ञानिक प्रो. ज्ञानेश्वर चौबे ने इस बारे में जानकारी दी।
कांफ्रेंस में मानव जीनोम सीक्वेंसिंग पर दो दशकों में हुई प्रगति पर विशेष रूप से चर्चा होगी। प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. इरिक ने इस विषय पर अपने रिसर्च को साझा किया और बताया कि मानव जीनोम को समझने में अभी भी काफी काम किया जाना बाकी है, हालांकि जीनोम एनालिसिस के लिए रिफरेन्स जीनोम की जरूरत होती है और इस दिशा में नेशनल ह्यूमन जीनोम रिसर्च इंस्टीट्यूट पैन रिफरेन्स जीनोम तैयार कर रहा है।
BHU के इस कांफ्रेंस में 56 विशिष्ट वैज्ञानिकों द्वारा व्याख्यान दिए जाएंगे, जिनमें रोसलिन इंस्टिट्यूट यूके के डायरेक्टर प्रो. ब्रूस व्हाइटलॉ, पेनिसिल्वानिया विश्वविद्यालय के प्राचीन DNA विशेषज्ञ प्रो. इआन मथियोसन, ऑस्ट्रेलिया की डेनिसोवन मानव पर कार्य करने वाली वैज्ञानिक डॉ. इरेने गेलेगो रोमरो, और बर्न विश्वविद्यालय के भाषा विज्ञानी प्रोफेसर जॉर्ज वानद्रिएम प्रमुख हैं। इसके अलावा, पत्रकार और इतिहासकार सुरिंदर कोचर का विशेष व्याख्यान भी होगा, जिन्होंने अजनाला की खोज की थी।