नई दिल्ली। भारतीय विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को अमेरिकी मीडिया की उस रिपोर्ट की निंदा की, जिसमें दावा किया गया था कि मालदीव की विपक्षी पार्टी ने राष्ट्रपति को हटाने के लिए भारत से छह मिलियन अमेरिकी डॉलर की मदद मांगी थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने वाशिंगटन पोस्ट पर भारत के प्रति शत्रुता रखने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट को पूरी तरह से खारिज किया।
जायसवाल ने मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा कि अखबार और रिपोर्टर दोनों ही भारत के प्रति जबरदस्त शत्रुता रखते हैं। आप उनकी गतिविधियों में एक पैटर्न देख सकते हैं। मैं उनकी क्रेडिबिलिटी का फैसला आप पर छोड़ता हूं। हमारे लिए उनकी कोई क्रेडिबिलिटी नहीं है।
यह प्रतिक्रिया तब आई जब भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला खलील से समुद्री सुरक्षा, व्यापार और निवेश पर दिल्ली में मुलाकात की थी। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया था कि विपक्षी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) ने मुइज्जू को सत्ता से हटाने के लिए भारत से 6 मिलियन अमेरिकी डॉलर की मदद मांगी थी।
विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान में गुप्त हत्या अभियानों के आरोपों वाली एक अन्य रिपोर्ट को भी खारिज किया। जायसवाल ने बिना बारीकी में जाए कहा कि जहां तक पाकिस्तान का सवाल है, मैं आपको हिलेरी क्लिंटन की कही बात याद दिलाना चाहता हूं, आप अपने आंगन में सांप पालकर ये उम्मीद नहीं कर सकते कि वे आपके पड़ोसियों को ही काटेंगे।