नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार ने साल 2024 में अपनी सभी सीमाओं को पार करते हुए ऑलटाइम हाई को छूने में सफलता हासिल की है। अक्टूबर में बाजार में भारी उठापटक देखने को मिली, लेकिन इसके बावजूद ट्रेडिंग करने की होड़ के चलते नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने एक नया इतिहास रच दिया है।
अक्टूबर 2024 में एनएसई पर कुल क्लाइंट अकाउंट्स की संख्या 20 करोड़ के पार जा पहुंची है। आठ महीने पहले, एनएसई पर यह संख्या 16.9 करोड़ थी, जो दर्शाता है कि नए अकाउंट्स में जोरदार बढ़ोतरी हुई है।
एनएसई ने बताया कि यदि राज्यों के प्रतिनिधित्व की बात करें, तो कुल अकाउंट्स में महाराष्ट्र पहले स्थान पर है, जहां 3.6 करोड़ अकाउंट्स हैं। उत्तर प्रदेश 2.2 करोड़ अकाउंट्स के साथ दूसरे स्थान पर है, जबकि गुजरात 1.8 करोड़ अकाउंट्स के साथ तीसरे स्थान पर है। राजस्थान और पश्चिम बंगाल 1.2 करोड़ अकाउंट्स के साथ इसके बाद आते हैं। इन राज्यों का संयुक्त रूप से कुल क्लाइंट्स अकाउंट्स में लगभग 50% हिस्सा है, और कुल अकाउंट्स का तीन-चौथाई हिस्सा देश के टॉप 10 राज्यों से है। साथ ही उन्होंने बताया कि यूनिक रजिस्टर्ड इनवेस्टर्स की संख्या 10.5 करोड़ हो गई है और यह आंकड़ा 8 अगस्त को 10 करोड़ पार कर चुका था।
एनएसई के चीफ बिजनेस डेवलपमेंट ऑफिसर श्रीराम कृष्णन ने कहा कि हमने अपने इनवेस्टर बेस में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। फरवरी 2024 में 17 करोड़ अकाउंट्स के बाद, केवल 8 महीने में 3 करोड़ अकाउंट्स की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि यह शानदार ग्रोथ डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन के चलते भारत की विकास गाथा में निवेशकों के मजबूत विश्वास को दर्शाता है। मोबाइल ट्रेडिंग एप्लिकेशन की बढ़ती स्वीकार्यता और निवेशकों में जागरूकता के चलते बाजार तक लोगों की पहुंच बढ़ी है, जिसका बड़ा लाभ टियर 2, 3 और 4 शहरों के निवेशकों को हुआ है।