यरुशलम I Israel Vs Hamas दूसरे चरण के युद्धविराम समझौते को लेकर जल्द बातचीत शुरू होने की उम्मीद है। इस्राइली प्रधानमंत्री कार्यालय ने पुष्टि की है कि उन्होंने अमेरिका की मध्यस्थता में वार्ता के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। हालांकि, इस्राइल ने फिलहाल वार्ता से जुड़ी विस्तृत जानकारी साझा नहीं की है।

इस्राइल ने अपने प्रतिनिधिमंडल को कतर भेजने का निर्णय लिया है, जहां युद्धविराम समझौते को आगे बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे। दूसरी ओर, हमास ने भी मिस्र और कतर के मध्यस्थों के साथ चर्चा के प्रति सकारात्मक संकेत दिए हैं।
गौरतलब है कि इस्राइल और हमास के बीच पहला युद्धविराम समझौता मार्च की शुरुआत में समाप्त हो गया था। इस्राइल चाहता है कि इस नए चरण के तहत संघर्ष विराम का विस्तार हो और बंधकों की रिहाई सुनिश्चित की जाए। बीते सप्ताह इस्राइल ने हमास पर दबाव बनाते हुए गाजा की सभी आपूर्ति रोक दी थी, लेकिन किसी ठोस सहमति तक नहीं पहुंचा जा सका।
वर्तमान में हमास के कब्जे में 24 बंधक और 35 शव हैं। इससे पहले हुए समझौते के तहत 25 जीवित बंधकों को छोड़ा गया था, जबकि आठ शव इस्राइल को सौंपे गए थे। इसके बदले में इस्राइल ने करीब 2,000 फलस्तीनी कैदियों को रिहा किया था।
अमेरिका ने भी इस वार्ता में अपनी भूमिका निभाते हुए हमास से बातचीत शुरू करने की जानकारी दी है, हालांकि इस्राइल ने अमेरिकी प्रशासन द्वारा हमास से सीधे वार्ता करने का कड़ा विरोध किया है। इस मुद्दे पर इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के करीबी सहयोगी रॉन डेरमर और अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि एडम बोहलर के बीच तीखी बहस भी हुई।
इस्राइल ने हाल ही में गाजा के बफर जोन से अपने सैनिकों को हटाने का फैसला किया, जिससे हजारों फलस्तीनी नागरिक अपने घर लौटने लगे हैं। अब देखने वाली बात होगी कि मध्यस्थता के प्रयासों से इस्राइल और हमास के बीच शांति वार्ता किस दिशा में आगे बढ़ती है।