भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव पद पर प्रभावी कार्यकाल के बाद, जय शाह ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष के रूप में अपना कार्यभार संभाल लिया है। अगस्त 2024 में उन्हें निर्विरोध रूप से आईसीसी का अध्यक्ष चुना गया। इस उपलब्धि के साथ, वह इस पद को संभालने वाले सबसे युवा व्यक्ति बन गए। रविवार को आईसीसी ने यह घोषणा की।
ग्रेग बार्कले का स्थान लिया
जय शाह ने आईसीसी अध्यक्ष पद पर ग्रेग बार्कले की जगह ली, जो नवंबर 2020 से इस भूमिका में थे। अध्यक्ष बनने के बाद अपने पहले बयान में जय शाह ने 2028 लॉस एंजेलिस ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने और महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने को प्राथमिकता बताया। उन्होंने निवर्तमान अध्यक्ष ग्रेग बार्कले के चार वर्षों के योगदान के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा, “मैं ग्रेग बार्कले को उनके नेतृत्व और आईसीसी के दौरान की गई उपलब्धियों के लिए धन्यवाद देता हूं।”
बीसीसीआई में शाह का सफर
जय शाह के बीसीसीआई में प्रवेश की शुरुआत 2015 में हुई, जब उन्होंने वित्त और मार्केटिंग समिति के सदस्य के रूप में काम किया। अक्टूबर 2019 में, वह बीसीसीआई के सबसे युवा सचिव बने। अपने पहले कार्यकाल में उन्होंने सौरव गांगुली और बाद में रोजर बिन्नी के साथ मिलकर काम किया। शाह के कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धि 2022 में आईपीएल मीडिया अधिकारों की रिकॉर्ड बिक्री रही। 48390 करोड़ रुपये में हुए इस सौदे ने आईपीएल को प्रति मैच मूल्य के आधार पर दुनिया की दूसरी सबसे मूल्यवान खेल लीग बना दिया।
एसीसी और अन्य बड़ी जिम्मेदारियां
बीसीसीआई के साथ-साथ जय शाह ने एशिया क्रिकेट परिषद (एसीसी) में भी प्रभावी नेतृत्व दिया। जनवरी 2021 में एसीसी अध्यक्ष बनने के बाद, 2023 में उन्हें एक बार फिर इस पद पर नियुक्त किया गया। नवंबर 2022 में, शाह आईसीसी की वित्त और वाणिज्यिक मामलों की शक्तिशाली उप-समिति के प्रमुख बने। इसके अलावा, उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों जैसे बड़े आयोजनों में क्रिकेट को शामिल कराने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।