रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 43 सीटों पर 13 नवंबर को होने वाले मतदान में एनडीए और इंडिया ब्लॉक के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है। 2019 के चुनाव में इन सीटों पर जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन ने 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि बीजेपी ने 13 सीटें जीती थीं। इस बार, एनडीए अपनी पिछली स्थिति में सुधार की कोशिश कर रहा है, वहीं इंडिया ब्लॉक भी अपना प्रभाव बनाए रखने के लिए संघर्षरत है।
चुनाव में कई हाईप्रोफाइल नेताओं की किस्मत दांव पर लगी है। पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, जो हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए हैं, अपनी पारंपरिक सीट सरायकेला से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्हें जेएमएम के गणेश महली से सीधी चुनौती मिल रही है। इसी प्रकार, कांग्रेस के डॉ. रामेश्वर उरांव को लोहरदगा सीट पर आजसू पार्टी की नीरू शांति भगत से कड़ा मुकाबला मिल रहा है। गढ़वा सीट पर मंत्री मिथिलेश ठाकुर का मुकाबला त्रिकोणीय है, जहां बीजेपी के सत्येंद्र नाथ तिवारी और समाजवादी पार्टी के गिरिनाथ सिंह उन्हें चुनौती दे रहे हैं। वहीं, जमशेदपुर पश्चिमी सीट पर कांग्रेस के बन्ना गुप्ता और जेडीयू के सरयू राय के बीच टक्कर है।
रांची सीट पर बीजेपी के सीपी सिंह को जेएमएम की प्रत्याशी डॉ. महुआ माजी से चुनौती मिल रही है, जबकि पोटका सीट पर अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा का मुकाबला संजीव सरदार से है। झारखंड चुनाव के इस पहले चरण में कई प्रमुख उम्मीदवारों की प्रतिष्ठा दांव पर है, जिससे कांटे की टक्कर की स्थिति बनी हुई है।