नई दिल्ली। दिल्ली के कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी द्वारा मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने विरोध जताया है। पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं ने इसे बीजेपी की महिला विरोधी सोच का उदाहरण बताते हुए तीव्र आलोचना की है।
केजरीवाल ने बीजेपी की आलोचना की
आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा, “बीजेपी के नेताओं ने बेशर्मी की सारी हदें पार कर दी हैं। दिल्ली की मुख्यमंत्री को गालियां देना न सिर्फ महिलाओं का अपमान है, बल्कि इसे दिल्ली की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। दिल्ली की महिलाएं इस अपमान का प्रतिशोध लेंगी।”
मनीष सिसोदिया ने बीजेपी की भाषा को शर्मनाक बताया
दिल्ली के पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस बयान को लेकर बीजेपी की निंदा की। उन्होंने कहा, “एक महिला मुख्यमंत्री के खिलाफ इतनी घटिया भाषा का इस्तेमाल बीजेपी की महिला विरोधी सोच को प्रकट करता है। जिस मंच से प्रधानमंत्री ने भाषण दिया, वहीं उनकी पार्टी के नेता महिला मुख्यमंत्री का अपमान कर रहे थे। यह बेहद शर्मनाक है।”
प्रियंका कक्कड़ ने बीजेपी की राजनीति पर सवाल उठाए
आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने रमेश बिधूड़ी की टिप्पणी को बीजेपी की नाकाम राजनीति का प्रतीक करार दिया। उन्होंने कहा, “बीजेपी के पास अपने कार्यों को पेश करने के लिए कुछ भी नहीं है, इसलिए वे गाली-गलौच की राजनीति का सहारा ले रहे हैं। महिला सम्मान योजना की गारंटी के बाद से बीजेपी बौखला गई है क्योंकि अब महिलाएं एकतरफा तरीके से आम आदमी पार्टी को समर्थन दे रही हैं।”
रीना गुप्ता ने बीजेपी पर महिलाओं के अपमान का आरोप लगाया
आप नेता रीना गुप्ता ने बीजेपी पर महिलाओं का अपमान करने का आरोप लगाया और कहा, “बीजेपी को महिलाओं का वोट चाहिए, लेकिन वे महिलाओं का सम्मान नहीं करती। रमेश बिधूड़ी की टिप्पणी पार्टी की मानसिकता को उजागर करती है। अगर बीजेपी महिलाओं का सम्मान करती, तो बिधूड़ी को पार्टी से बाहर कर दिया जाता। लेकिन इस पार्टी का डीएनए ही महिलाओं के अपमान और अपराधियों का समर्थन करने का है।”
“महिलाओं का अपमान नहीं सहा जाएगा”
आम आदमी पार्टी ने इस घटना के खिलाफ अपना विरोध जाहिर किया है और स्पष्ट किया कि वह इस पर चुप नहीं बैठेगी। पार्टी ने रमेश बिधूड़ी को तुरंत पार्टी से निकालने की मांग की है, इसे बीजेपी की महिला विरोधी राजनीति का स्पष्ट उदाहरण बताते हुए।