वाराणसी। काशी के बूंदीपरकोटा घाट पर राजमंदिर क्षेत्र से निकलने वाला सीवर का पानी पिछले छह महीनों से गंगा में बहाया जा रहा है। स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद प्रशासन इस गंभीर समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा है।
स्थानीय निवासी ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली जैसे महत्वपूर्ण पर्वों पर भी सीवर का गंदा पानी गंगा में बहता रहा, लेकिन अधिकारियों ने इसे रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।

प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल :-
ब्रह्मा घाट के पास रहने वाले लोगों का कहना है कि उनकी शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। गंगा स्वच्छता को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन इस मामले में अधिकारियों का रवैया लापरवाही भरा है। इसके साथ ही रहवासियों ने बताया कि बनारस के जिलाधिकारी ने घाट का निरीक्षण किया था, लेकिन इसके बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है। गंगा जैसी पवित्र नदी में लगातार हो रहे इस प्रदूषण से स्थानीय लोग परेशान हैं और प्रशासन की उदासीनता पर सवाल खड़े कर रहे हैं।

स्थानीय लोगों ने तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए प्रशासन से सीवर का पानी गंगा में जाने से रोकने और स्थायी समाधान सुनिश्चित करने की अपील की है।
