वाराणसी। शहर में “भिक्षावृत्ति मुक्त काशी” अभियान के तहत ममता रानी, अपर पुलिस उपायुक्त महिला अपराध एवं नोडल अधिकारी के नेतृत्व में एक बड़ा कदम उठाया गया। 4 जनवरी 2025 से शुरू हुए इस अभियान में अब तक कुल 49 भिक्षुकों को रेस्क्यू कर पुनर्वासित किया गया है।
थाना दशाश्वमेध क्षेत्र के राजेन्द्र घाट और शीतला घाट पर शुक्रवार को सघन अभियान चलाया गया। ममता रानी के नेतृत्व में इस अभियान में पुलिस, नगर निगम, समाज कल्याण विभाग, चाइल्ड लाइन और अन्य संबंधित संस्थानों की टीमों ने भाग लिया। इस दौरान 16 भिक्षुकों को रेस्क्यू किया गया, जिनमें से 6 वयस्क भिक्षुकों को अपना घर आश्रम भेजा गया और 10 बाल भिक्षुकों को बाल कल्याण समिति (CWC) के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इसके साथ ही वयस्क भिक्षुकों को तीन महीने तक कौशल विकास और व्यवहार सुधार कार्यक्रम में रखा जाएगा, जबकि बाल भिक्षुकों को बालगृह में भेजकर उनकी स्कूली शिक्षा शुरू कराई जाएगी।

4 जनवरी 2025 से अब तक 49 भिक्षुकों का रेस्क्यू किया गया है। इनमें 22 वयस्क और 27 बाल भिक्षुक शामिल हैं। सभी वयस्कों को आश्रय गृह/शेल्टर होम और बच्चों को बालगृह में पुनर्वासित किया गया है। “भिक्षावृत्ति मुक्त काशी” अभियान के अंतर्गत न केवल भिक्षुकों को रेस्क्यू किया जा रहा है, बल्कि उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए शिक्षा, कौशल विकास और अन्य सुधारात्मक उपाय भी किए जा रहे हैं। यह अभियान ममता रानी के नेतृत्व में वाराणसी में लगातार जारी रहेगा।
