Varanasi : काशीवासियों को जल्द ही एक और बड़ी सौगात मिलने जा रही है। गंगा नदी पर मालवीय पुल से महज 50 मीटर की दूरी पर एक भव्य Signature Bridge बनाया जाएगा। रेलवे और सड़क परिवहन की साझा परियोजना के तहत बनने वाला यह ब्रिज न केवल शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाएगा, बल्कि यह वाराणसी की सांस्कृतिक और पर्यटन पहचान को भी नया आयाम देगा।

रेलवे अधिकारियों के मुताबिक इस Signature Bridge का निर्माण कार्य सितंबर 2025 से शुरू कर दिया जाएगा। पहले ही इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार हो चुकी है और अब रेलवे मुख्यालय स्तर पर इसकी तैयारियां अंतिम चरण में हैं। जल्द ही इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
करीब 2500 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह ब्रिज 1074 मीटर लंबा होगा और इसे आठ मजबूत पिलरों पर खड़ा किया जाएगा। इस Signature Bridge पर छह लेन की सड़क और चार लेन का रेलवे ट्रैक बनाया जाएगा, जिससे सड़क और रेल दोनों यातायात की रफ्तार को नया बल मिलेगा।

अधिकारियों का कहना है कि Signature Bridge के बन जाने से वाराणसी के अलावा चंदौली, मिर्जापुर, सोनभद्र और बिहार की ओर आने-जाने में काफी आसानी होगी। फिलहाल मालवीय पुल पर यातायात का भारी दबाव रहता है, जो इस नए ब्रिज के शुरू होते ही कम हो जाएगा।
परियोजना से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि यह Signature Bridge केवल एक पुल नहीं होगा, बल्कि यह बनारस की नई पहचान भी बनेगा। इसकी आर्किटेक्चरल डिजाइन ऐसी होगी जो शहर को एक नया लैंडमार्क देगी। पर्यटकों के लिए यह आकर्षण का एक और केंद्र बनेगा और शहर की तस्वीर को आधुनिक स्वरूप में प्रस्तुत करेगा।

एडीआरएम के अनुसार, निर्माण कार्य को लेकर रेलवे मुख्यालय लगातार निगरानी कर रहा है और इसे समयबद्ध तरीके से 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
