वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के हिन्दी और अन्य भारतीय भाषा विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी शुक्रवार को सफलता पूर्वक सम्पन्न हो गई। दूसरे दिन के पहले सत्र में नार्वे से जुड़ी डॉ. सुरेश चंद्र शुक्ल ने नार्वे में प्रकाशित होने वाली पत्रिका में हिंदी के वैश्विक महत्व पर प्रकाश डाला और भाषा के महत्व से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विचार साझा किए।
प्रसिद्ध कवयित्री और लेखिका डॉ. सुशीला टॉक भौंरे ने महाराष्ट्र से हिन्दी भाषा और देवनागरी लिपि पर अपने विचार व्यक्त किए। संगोष्ठी के द्वितीय सत्र में काव्य पाठ भी हुआ, जिसमें शोधार्थियों, अध्यापकों और छात्र-छात्राओं ने अपनी कविताएं प्रस्तुत की।

मुख्य अतिथि मानविकी संकाय के अध्यक्ष प्रो. अनुराग कुमार और विशिष्ट अतिथि प्रो. अविनाश कुमार सिंह थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रीति ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन विभागाध्यक्ष प्रो. राजमुनि और डॉ. विजय रंजन ने किया। इस अवसर पर पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. सुरेन्द्र प्रताप सिंह, प्रो. अनुकूल चंद राय, प्रो. निरंजन सहाय, शिवम चौबे, हनुमान राम, आशीष मिश्रा समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।