वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र, शिक्षाशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित मल्टीडिसिप्लीनरी रिफ्रेशर कोर्स के छठे दिन ‘उच्च शिक्षा में भारतीय ज्ञान प्रणाली’ विषय पर विशेष व्याख्यान हुआ।
प्रथम सत्र में दिल्ली विश्वविद्यालय की डॉ. सुनीता सिंह ने भारतीय ज्ञान प्रणाली के पाठ्यक्रम और शिक्षणशास्त्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय ज्ञान केवल वेद-पुराण तक सीमित नहीं है, बल्कि गणित, रसायन, भौतिकी सहित कई विषयों को समाहित करता है। उन्होंने जोर दिया कि शिक्षा प्रणाली में व्यापक बदलाव आवश्यक हैं, ताकि विद्यार्थियों को प्रत्यक्ष अनुभव के माध्यम से सीखने का अवसर मिले।

द्वितीय सत्र में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU) के प्रो. सी.बी. शर्मा ने ‘भारतीय ज्ञान प्रणाली और राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020’ पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति भारत की प्राचीन परंपराओं, ज्ञान और विज्ञान को पुनर्जीवित करने पर बल देती है। उन्होंने संस्थाओं की स्वायत्तता और क्रिया-आधारित पाठ्यक्रम को शिक्षा की दिशा में बड़ा कदम बताया।
कार्यक्रम में प्रो. सुरेंद्र राम ने स्वागत भाषण दिया, संचालन विनय सिंह ने किया, विद्वानों का परिचय प्रो. रमाकांत सिंह ने कराया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. बनश्री खास्नोबिस ने किया।
