Kharmas 2025 : खरमास शुरू, 13 अप्रैल तक नहीं होंगे मांगलिक कार्य

Kharmas 2025 : सूर्य के मीन राशि में प्रवेश के साथ ही खरमास (Kharmas 2025) की शुरुआत हो गई है, जिसके कारण अगले एक महीने तक सभी शुभ कार्यों पर रोक रहेगी। होलाष्टक की समाप्ति के बावजूद विवाह और अन्य मांगलिक कार्यक्रमों के लिए कोई शुभ मुहूर्त उपलब्ध नहीं होगा।

Kharmas 2025 : खरमास का प्रभाव और अवधि

मीन संक्रांति 14 मार्च से शुरू हो चुकी है, और यह 13 अप्रैल तक जारी रहेगी। इस अवधि में शादी, गृह प्रवेश, मुंडन और अन्य शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है। 14 अप्रैल को खरमास समाप्त होते ही फिर से शुभ कार्यों की शुरुआत होगी।

Kharmas 2025

खरमास में सूर्य और गुरु कमजोर

ज्योतिषाचार्य पं. विमल जैन के अनुसार, सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करने से सूर्य और गुरु दोनों की स्थिति कमजोर हो जाती है। यही कारण है कि इस समय विवाह जैसे शुभ कार्यों के लिए उचित योग नहीं बनते। हालांकि, धार्मिक दृष्टि से यह समय विशेष फलदायी माना जाता है।

खरमास में पूजा-पाठ और दान का महत्व

खरमास (Kharmas 2025) के दौरान भगवान विष्णु और सूर्यदेव की पूजा करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है। इस समय श्रीमद्भगवद्गीता का पाठ, विष्णु सहस्रनाम का जाप और सूर्य उपासना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। साथ ही, दान-पुण्य और पवित्र नदियों में स्नान करने की परंपरा का भी विशेष महत्व है।

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