नई दिल्ली। बजट सत्र के तीसरे दिन सोमवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों ने प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ की घटना पर सरकार से जवाब की मांग करते हुए हंगामा किया। इस दौरान विपक्षी सांसदों ने जोरदार नारेबाजी भी की। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने नारेबाजी कर रहे सांसदों से कहा कि जनता ने उन्हें सदन में नारे लगाने के लिए नहीं, बल्कि सवाल पूछने के लिए भेजा है।
लोकसभा अध्यक्ष ने की सदन चलने देने की अपील
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों से प्रश्नकाल की महत्ता को समझने और कार्यवाही चलने देने की अपील की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान इस मुद्दे को उठाने का पूरा अवसर मिलेगा। जब समाजवादी पार्टी के कुछ सांसद आसन के पास आकर हंगामा करने लगे, तो बिरला ने सख्त लहजे में कहा, “आपको जनता ने मेज तोड़ने के लिए नहीं, बल्कि प्रश्न पूछने के लिए भेजा है।”
विपक्ष का आरोप – सरकार ने मृतकों का सही आंकड़ा नहीं बताया
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने सरकार पर महाकुंभ भगदड़ में मृतकों की सही संख्या छिपाने का आरोप लगाया। विपक्षी सांसदों ने “प्रधानमंत्री जवाब दो” और “शर्म करो” जैसे नारे लगाए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई थी।
राज्यसभा में भी विपक्ष का वॉकआउट
महाकुंभ भगदड़ समेत विभिन्न मुद्दों पर राज्यसभा में भी जोरदार हंगामा हुआ। जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी दलों के सांसदों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।