मुंबई। महाराष्ट्र में महायुति सरकार के गठन की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। 5 दिसंबर को शपथ ग्रहण का कार्यक्रम प्रस्तावित है, लेकिन विभागों के बंटवारे को लेकर खींचतान की खबरें सामने आ रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्रालय को लेकर शिवसेना और बीजेपी के बीच सहमति नहीं बन पाई है।
शिवसेना का कहना है कि अगर एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री बनते हैं, तो गृह विभाग उनके पास होना चाहिए, जैसा कि पहले देवेंद्र फडणवीस के उपमुख्यमंत्री रहते हुए था। हालांकि, बीजेपी गृह मंत्रालय छोड़ने के लिए तैयार नहीं है। गृह मंत्रालय पर सहमति न बनने के चलते शिवसेना को शहरी विकास और महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (MSRDC) जैसे विभाग दिए जा सकते हैं। इसके अलावा, शिवसेना ने 10 से अधिक शहरों में पालक मंत्री (गार्जियन मिनिस्टर) की मांग भी की है।
बीजेपी-एनसीपी के आंकड़े बहुमत के करीब
विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 132 सीटें जीतकर अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है, जबकि शिवसेना ने 57 सीटें जीती हैं। एनसीपी के पास 41 सीटें हैं। बीजेपी और एनसीपी के आंकड़े मिलाकर आसानी से बहुमत (145) का जादुई आंकड़ा पार किया जा सकता है। बावजूद इसके, बीजेपी शिवसेना को सम्मानजनक भागीदारी देना चाहती है, क्योंकि चुनाव एकनाथ शिंदे के चेहरे पर लड़ा गया था।
शिंदे की तबीयत से बैठक टली
इस बीच, शिवसेना और एनसीपी विधायक दल के नेता का चुनाव हो चुका है। लेकिन सोमवार को प्रस्तावित महायुति की बैठक एकनाथ शिंदे की तबीयत ठीक न होने के कारण स्थगित करनी पड़ी। बीजेपी के विधायक दल के नेता का चुनाव 4 दिसंबर को होगा।