नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन और उनके अंतिम संस्कार को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर डॉ. मनमोहन सिंह के अपमान का आरोप लगाते हुए समाधि स्थल न देने की आलोचना की, जबकि भाजपा ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर पूर्व प्रधानमंत्रियों के प्रति दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया।
राहुल गांधी ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर कराना उनके साथ अन्याय और अपमान है। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह, जिन्होंने भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने में अहम भूमिका निभाई, समाधि स्थल के हकदार थे। सरकार को सिख समुदाय और देश के प्रति सम्मान दिखाना चाहिए था।
प्रियंका गांधी ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह को समाधि स्थल न देकर उनके योगदान और सिख समुदाय के साथ अन्याय किया गया है। उन्होंने सरकार से इस मामले में राजनीति छोड़कर पूर्व प्रधानमंत्री को उचित सम्मान देने की अपील की।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी और गांधी परिवार इस दुखद घड़ी में भी राजनीति कर रहे हैं। कांग्रेस ने अतीत में पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे नेताओं का अपमान किया है। मनमोहन सिंह का कद बहुत बड़ा है, लेकिन कांग्रेस ने अपने ही नेताओं का सम्मान नहीं किया।
भाजपा नेता गौरव भाटिया ने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए कहा कि पीवी नरसिम्हा राव को कांग्रेस मुख्यालय में स्थान तक नहीं दिया गया और उनके अंतिम संस्कार को दिल्ली से बाहर करने की सलाह दी गई थी। भाटिया ने कहा कि भाजपा मनमोहन सिंह के योगदान का दिल से सम्मान करती है और मरणोपरांत नरसिम्हा राव को भारत रत्न देकर उनके योगदान को सराहा है।

डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के दौरान निगम बोध घाट पर श्रद्धांजलि देने आए लोगों को भीड़ और अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ा। परिवारजन और आम जनता को स्थान और व्यवस्था को लेकर परेशानियां हुईं।