लखनऊ I बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने उत्तर प्रदेश में दलितों के खिलाफ बढ़ती हिंसा, बारातों पर हमलों और डॉ. भीमराव अंबेडकर व गौतम बुद्ध की प्रतिमाओं के अपमान की घटनाओं पर योगी सरकार को घेरा है। उन्होंने सवाल किया कि जब देश बाहरी सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा है, तब प्रदेश में आंतरिक अशांति क्यों बढ़ रही है?
Mayawati ने कहा कि हाल के दिनों में आगरा, मथुरा, बुलंदशहर जैसे जिलों में दलित बारातों पर हमले और अंबेडकर जयंती के दौरान प्रतिमाओं का अनादर सामाजिक सद्भावना को चोट पहुंचाने वाला है। इन घटनाओं ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और जिला प्रशासन को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए स्पष्ट निर्देश दे।
Mayawati ने जोर देकर कहा कि जातीय और सांप्रदायिक तनाव को प्रारंभिक स्तर पर ही रोकना जरूरी है, खासकर तब जब देश आतंकवाद और बाहरी खतरों से जूझ रहा है। मायावती ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने इन मामलों में लापरवाही बरती, तो दलित समाज और अन्य वर्ग इसे कभी माफ नहीं करेंगे।
BSP सुप्रीमो ने सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाए, आरोप लगाया कि अंबेडकर जयंती जैसे आयोजनों का इस्तेमाल सिर्फ दलित वोटों के लिए किया जा रहा है, जबकि वास्तव में उनकी सुरक्षा और सम्मान की अनदेखी हो रही है। उन्होंने दलित समाज से ऐसी “दोहरे चरित्र” वाली पार्टियों से सावधान रहने की अपील की।
हाल के महीनों में मथुरा के रिफाइनरी थाना क्षेत्र और बाटी गांव में दलित बारातों पर हमले और आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं, जिन्हें Mayawati ने “जातिवादी आतंकवाद” का खुला प्रदर्शन करार दिया। इन घटनाओं ने प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए हैं और सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग को तेज किया है।
