Varanasi : महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ (MGKVP) के हिन्दी एवं अन्य भारतीय भाषा विभाग में सोमवार को “कविता की रचना प्रक्रिया और भाषा” विषय पर एक दिवसीय व्याख्यान का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम विभाग के शोधार्थियों द्वारा संचालित “शोध संवाद समूह” के तत्वावधान में आयोजित हुआ।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता हिन्दी के प्रतिष्ठित कवि प्रो. दिनेश कुशवाहा ने कविता की रचना प्रक्रिया, उसकी भाषा और सामाजिक-सांस्कृतिक संदर्भों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि कविता मनुष्यता के इतिहास का जीवंत दस्तावेज है। यह मनुष्य के जय-पराजय, हताशा-आकांक्षा और भविष्य की संभावनाओं का संवेदनात्मक आख्यान है। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि कविता केवल भावनाओं की अभिव्यक्ति नहीं, बल्कि भाषा में निहित विचार और दृष्टि की संरचना भी है।

कार्यक्रम का संचालन प्रो. निरंजन सहाय ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रो. अनुराग कुमार ने किया। इस अवसर पर हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. राजमुनि, पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. श्रद्धानंद, प्रो. संजय, प्रो. रामाश्रय सिंह, प्रो. अनुकुलचंद राय, डॉ. अविनाश कुमार सिंह, डॉ. कविता आर्या, डॉ. विजय कुमार रंजन, डॉ. सुरेन्द्र प्रताप सिंह समेत अनेक शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।