Varanasi : महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ(MGKVP) और रसियन स्टेट लाइब्रेरी फॉर यंग एडल्ट्स (RSLYA), मॉस्को के बीच बुधवार को डॉ. भगवानदास केंद्रीय पुस्तकालय के साथ एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी की अध्यक्षता में आरएसएलवाईए की निदेशक इरिना मीखानोवा, सेंट पीटर्सबर्ग और प्रो. संतोष कुमार, प्रो. इंचार्ज, केंद्रीय पुस्तकालय ने समझौते पर हस्ताक्षर किए।

कुलपति प्रो. त्यागी ने स्वागत भाषण में कहा कि यह एमओयू भारत और रूस(India and Russia) के शैक्षणिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक संबंधों को और मजबूत करेगा। उन्होंने विशेषज्ञता और संसाधनों की साझेदारी को बढ़ावा देने के साथ-साथ एमओयू के तहत निर्धारित गतिविधियों को प्रभावी ढंग से लागू करने पर जोर दिया।

रसियन प्रतिनिधिमंडल ने डॉ. भगवानदास केंद्रीय पुस्तकालय का भ्रमण किया और दुर्लभ पुस्तकों, पांडुलिपियों, समाचार पत्र संग्रह, अध्यापक कक्ष, ई-पुस्तकालय और शोध संदर्भ अनुभाग का बारीकी से अवलोकन किया। रूसी साहित्य की पुस्तकों के संग्रह को देखकर प्रतिनिधिमंडल ने प्रसन्नता व्यक्त की।
डॉ. एंटोन पुरनिक ने समिति कक्ष में प्रस्तुति दी, जिसमें रसियन स्टेट लाइब्रेरी की कार्यप्रणाली और सेवाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का उपयोग कर सूचनाओं को सुगम और आकर्षक बनाया जाता है, जिससे विद्यार्थियों को समझने में आसानी होती है।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. नीरज धनकड़, रसियन विभाग ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रो. संतोष कुमार, प्रो. इंचार्ज, केंद्रीय पुस्तकालय ने दिया।

कार्यक्रम में रूस से आए प्रतिनिधि स्वेतलाना गोरखावा, एंटोन पुरनिक, इरिना इफीगोवा, दिमित्री बगानोव, लियोव गोरखोया, रूसी दूतावास के प्रतिनिधि दिमित्री अलेक्सेनोव और एकातेरिना दिनियाक मौजूद रहे। काशी विद्यापीठ की ओर से निदेशक आउटरीच प्रो. संजय, कुलसचिव दीप्ति मिश्रा, डॉ. गौतम सोनी, डॉ. विजय कुमार भारती, डॉ. विजय प्रकाश सिंह, डॉ. अमृता मजुमदार और सुरेश कुमार उपस्थित थे।
