वाराणसी। सोशल मीडिया पर बनारस वाले मिश्रा” के नाम से मशहूर हरीश मिश्रा मंगलवार सुबह जिला कारागार से रिहा हो गए। विपक्ष की प्रमुख आवाज माने जाने वाले हरीश मिश्रा के समर्थक सुबह से ही जेल के बाहर जुटे हुए थे। उनकी रिहाई पर समर्थकों ने संविधान की प्रति भेंट कर उन्हें माला पहनाई और जोरदार स्वागत किया। ब्राह्मण समाज ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ उनका अभिनंदन किया, वहीं समर्थकों ने मोदी सरकार और योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इंडिया गठबंधन ने किया विरोध
इंडिया गठबंधन के नेताओं ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और ज्वाइंट सीपी से मुलाकात कर हरीश मिश्रा की गिरफ्तारी को अवैध बताया। आरोप लगाया गया कि सिगरा पुलिस ने शांति भंग की आशंका में उन्हें हिरासत में लिया, लेकिन कार्यपालक मजिस्ट्रेट/एसीपी सारनाथ ने बिना सुनवाई और आदेश के जेल भेज दिया।
रिहाई नहीं होने पर दी थी आंदोलन की चेतावनी
नेताओं ने सरकार को चेताया था कि अगर हरीश मिश्रा की रिहाई नहीं हुई, तो विरोध प्रदर्शन तेज होगा। उन्होंने सवाल उठाया कि सरकार के खिलाफ बोलने वालों को कब तक जेल में डाला जाएगा।