नई दिल्ली I देशभर के लोगों को गर्मी से राहत देने वाली मानसून (Monsoon) की बारिश इस बार अपने तय समय से 8 दिन पहले केरल पहुंच गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, मानसून शनिवार को केरल तट से टकराया। यह 2009 के बाद पहली बार है जब मानसून इतनी जल्दी आया है। 2024 में यह 30 मई को पहुंचा था, जबकि सामान्यत: 1 जून को आता है।
मौसम विभाग के मुताबिक, Monsoon चार दिन से अरब सागर में लगभग 40-50 किमी दूर अटका हुआ था, लेकिन शुक्रवार शाम को यह आगे बढ़ा। इसके साथ ही इसके तमिलनाडु और कर्नाटक के कुछ हिस्सों तक पहुंचने की संभावना जताई गई है। अगले एक हफ्ते में यह दक्षिणी और पूर्वोत्तर राज्यों को कवर करेगा और 4 जून तक मध्य और पूर्वी भारत तक पहुंच सकता है।

भारी बारिश और भीषण गर्मी का रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने 24 मई के लिए दो प्रकार के रेड अलर्ट जारी किए हैं। गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा और केरल के तटीय क्षेत्रों में 200 मिमी तक भारी Monsoon बारिश की संभावना है। साथ ही, देश के 28 राज्यों में आंधी-बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, राजस्थान के पश्चिमी भागों में भीषण गर्मी को लेकर रेड अलर्ट है। जैसलमेर में शुक्रवार को तापमान 48 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ और इसमें और बढ़ोतरी की संभावना जताई गई है।
केरल, कर्नाटक और लक्षद्वीप के तटों पर मछली पकड़ने पर रोक
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 27 मई तक केरल, कर्नाटक और लक्षद्वीप के तटीय क्षेत्रों में मछुआरे समुद्र में न जाएं। समुद्र में तेज हवाएं और ऊंची लहरें खतरनाक हो सकती हैं।
मध्य प्रदेश में भी बदलेगा मौसम, नौतपा में बारिश की संभावना
मध्य प्रदेश में मई के अंतिम सप्ताह में Monsoon और बारिश की चेतावनी दी गई है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन समेत 47 जिलों में अगले सात दिन मौसम बिगड़ सकता है। राज्य में इस बार नौतपा में भी वर्षा होने के आसार हैं, जो आमतौर पर सबसे गर्म माने जाते हैं। इसका कारण प्रदेश में सक्रिय साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन को बताया गया है।
मानसून और अल नीनो का संबंध नहीं
IMD ने कहा है कि Monsoon की जल्दी या देरी से शुरुआत का सीजन की कुल बारिश से सीधा संबंध नहीं होता। इस साल अल नीनो की आशंका नहीं है, जिससे देश में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना जताई गई है। 2023 में सक्रिय अल नीनो के कारण 6% कम बारिश हुई थी।
