Varanasi : गोदौलिया चौराहे पर स्थित 25 फीट गहरा घोड़ा नाला(Nagar Nigam) क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे इलाके में अफरातफरी मच गई। यह वही स्थान है जहां रोपवे परियोजना (Ropeway Project) का कार्य चल रहा है। नाले के क्षतिग्रस्त होने से आसपास की मिट्टी तेजी से धंस रही है, जिससे बगल के भवनों पर खतरा मंडराने लगा है।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने तत्काल मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। निरीक्षण में पाया गया कि नाले के टूटने से उसके आसपास की जमीन तेजी से खिसक रही है, जिससे वहां स्थित इमारतें और होटल गिर सकते हैं। नगर आयुक्त ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देशित किया कि लोगों की जान-माल की सुरक्षा के दृष्टिगत अगल-बगल के भवनों को तुरंत खाली कराया जाए।
खास तौर पर नाले के पास स्थित होटल ‘देवा इन’ सहित अन्य घरों और दुकानों को खाली कराने हेतु जोनल अधिकारी मृत्युंजय मिश्र को तत्काल नोटिस जारी करने को कहा गया है। नगर आयुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से पहले एहतियाती कदम उठाना आवश्यक है।

घोड़ा नाले की विशेषता:
यह नाला प्रतिदिन 30 एमएलडी सीवर डिस्चार्ज की क्षमता रखता है और यह अस्सी घाट से पम्पिंग स्टेशन होते हुए शाही नाले में जाकर मिलता है। ऐसे में यह वाराणसी के जल निकासी तंत्र में एक अहम भूमिका निभाता है। इसके क्षतिग्रस्त होने से सीवेज डिस्चार्ज और आसपास की संरचनाओं पर सीधा खतरा उत्पन्न हो गया है।

नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने उत्तर प्रदेश जल निगम (नगरीय) को तत्काल मरम्मत कार्य शुरू करने के निर्देश भी मौके पर ही जारी कर दिए। निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी (नगर) वाराणसी, जोनल अधिकारी दशाश्वमेध मृत्युंजय मिश्र, मुख्य अभियंता मोईनुद्दीन, जलकल महाप्रबंधक अनूप सिंह और जल निगम के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
